झांसी । झांसी मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के दिशा – निर्देशन में निरंतर हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दे रहा है, जिससे कार्बन के उत्सर्जन को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से कम किया जा रहा है। इसके साथ ही विभिन्न माध्यमों और  तकनीकी उपयोग से राजस्व की बचत की जा रही है ।

मंडल द्वारा माह वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24  में अप्रैल से सितम्बर तक डीजल की कम खपत से 05.10 करोड़ रुपए के राजस्व की बचत की जा चुकी है। वहीँ वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 में सितम्बर माह में हाई स्पीड डीजल खपत में कमी से रु. 75.72 लाख के रेल राजस्व की  बचत की गयी है।

माह सितम्बर 23 में 570 किलोलीटर हाई स्पीड डीजल का उपयोग हुआ जबकि सितम्बर 2022 में इसी अवधि के दौरान 1106 किलोलीटर डीजल का उपयोग हुआ था | इस प्रकार सितम्बर माह  में  पिछले वर्ष की तुलना डीजल खपत में रिकॉर्ड 48.48  प्रतिशत की कमी हुई है। यह बचत डीजल के स्थान पर बिजली के अधिकतम उपयोग से संभव हो सकी है। डीजल की खपत में आई कमीं  के साथ ही तकनीक का उपयोग एवं उचित प्रबंधन से डीजल इस्तेमाल में कमी आई है । डीजल की खपत में कमी के चलते कार्बन उत्सर्जन में भी गिरावट आती है, जो की पर्यावरण को हरित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम हेतु सहायक है I

वहीँ  झाँसी मंडल द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में अगस्त माह में  मध्य प्रदेश क्षेत्र से रु. 64.42 लाख की बिजली व्यय में राजस्व बचत की गयी है । मध्य प्रदेश क्षेत्र से चालू वित्तीय वर्ष में  अप्रैल से अगस्त तक  रू.  3.94 करोड़ के राजस्व की बचत की जा चुकी है। उक्त बचत खुले बाजार से बिजली खरीद से संभव हुई है । पूर्व में मंडल द्वारा बिजली चुनिन्दा माध्यम से ही ली जाती थी, जिसके फलस्वरूप हमें उनकी तय की गयी दरों के अनुसार ही भुगतान करना पड़ता था, परन्तु अब खुले बाजार से बिजली खरीद से खुली स्पर्धा के चलते कम दरों में बिजली उपलब्ध हो सकी है ।

मध्य प्रदेश क्षेत्र के (10 Traction Sub Stations) दतिया, हेतमपुर, ग्वालियर, भिंड, हरपालपुर, निवाड़ी, मालनपुर , ईशानगर, सांक  एवं बसई सब स्टेशन के माध्यम से उक्त  राजस्व की बचत की गयी है ।