झांसी ! उ० प्र० सफाई मजदूर संघ, झांसी की बैठक संघ कार्यालय पर जिलाध्यक्ष अशोक प्याल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में पार्षद और जन प्रतिनिधि के मध्य हुये अकारण वाक्ययुद्ध तथा विवाद की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुये कहा गया कि ऐसी घटना क्रमों से नगर निगम झांसी की उज्जवल छवि प्रभावित हो रही है। पार्षदों को अधिकार एवं नैतिक कर्तव्य प्राप्त है कि वह अपने वार्ड सहित सम्पूर्ण नगर निगम क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों और भौतिक स्थिति परिस्थितियों तथा वार्डो में कार्यरत कर्मचारियों की उपस्थिति एंव धन व्यय आदि के सम्बंध में जानकारी प्राप्त कर सकते है, यह लोकतंत्रीय पारदर्शी व्यवस्था के अंतर्गत सभी को अधिकार प्राप्त है, जन सूचना अधिकार नियम द्वारा प्रदत्त अधिकार प्राप्ति पर कोई भी आम नागरिक किसी भी विभाग अथवा संस्थान में हो रही गतिविधियों, विकास कार्यों और भृष्टाचार आदि के सम्बंध में जन सूचना प्राप्त करने का अधिकार है, फिर यहाँ निर्वाचित पार्षद ने नगर के संदर्भ में वास्तविक स्थिति से अवगत होने हेतु जानकारी प्राप्त करना चाही थी, उस पर हुये विवाद के कारण यह बात प्रकाश में आती है कि कुछ न कुछ तो अवश्य ही संदेहजनक कार्य हुआ है। जन चर्चा है कि कुछ कर्मियों की फर्जी हाजिरी उपस्थिति अंकित करने का नगर निगम में बडा खेल-भृष्टाचार चल रहा है। उक्त संदर्भ में संघ को इस कारण अपना पक्ष रखना पड़ रहा है क्योकि निगम अफसर वार्डो में प्रतिदिन सफाई कर्मचारियों की हाजिरी / वीट का निरीक्षण करते है। जबकि उसी वार्ड में बने पार्को में लगे दर्जनो माली चौकीदार, गार्ड के रूप में कार्यरत श्रमिको का कभी भी निरीक्षण नही करते है। यही नही इस प्रकरण में पार्षद को सोशल मीडिया के माध्यम से मारने की धमकी का आरोप कमेन्ट किया है।

उपरोक्त सम्पूर्ण प्रकरण की निष्पक्ष गम्भीरता पूर्वक गहन जांच जनहित में अपेक्षित है। उक्त मामले में प्रशासन द्वारा शीघ्र ही निष्पक्ष जांच कराकर अपनी छवि जन सामान्य के मध्य पारदर्शी और भृष्टाचार रहित कार्य प्रणाली प्रस्तुत कर केन्द्र और प्रदेश सरकार के भृष्टाचार मुक्त प्रशासन संचालन की नीति का अनुपालन करना सराहनीय कार्य होगा।

जिलाध्यक्ष ने कहा कि ऐसी घटनाओं पर नियंत्रण कराने हेतु संघ पूर्व में भी महापौर तथा नगर आयुक्त से ज्ञापन देकर विवादों पर रोक लगाये जाने की मांग कर चुका है। ऐसे आये दिन हो रहे विवादों से जन सामान्य के मध्य नगर निगम की अच्छी और पारदर्शी कार्य व्यवस्था वाली छवि कलंकित हो रही है। प्रशासन से शीघ्र उचित सकारात्मक कार्यवाही की अपेक्षा की जाती है।

बैठक में निर्णय लिया गया कि उपरोक्त घटना एंव पूर्व में दिये गये अनुरोध पत्रों पर अब तक हो रही हीला हवाली के कारण कर्मचारियों में पनप रहे आक्रोश को देखते हुये यदि नगर निगम की कार्य प्रणाली में सुधार नही हुआ तो संघ को मजबूर होकर 11 मार्च को धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होना पडेगा। बैठक में सर्व श्री वालकृष्ण गांचले, सुभाष माते, ओमप्रकाश बडे, कैलाश ड्रेसर, रवि पवार, कुलदीप पहलवान, नरेश डागौर, रामजीसरन करौसिया, कैलाश जयमाई, प्रकाश हवलदार, सोनू सारवान, कपिल बग्गन, नीलेश करौसिया, कुन्दन गांचले, मनोज राय कंजरया, प्रमोद पहलवान, मोहन उर्फ वोरा, सियाशरन दवोईया, हरिशचन्द्र कंजरया, रवि केसले, रवी प्रकाश चौधरी, राजेश सरदार, जीतू खरारे, राजा आदि उपस्थित रहे। संचालन नवल किशोर प्याल ने किया। अंत में सभी का आभार सुरेश ठेकेदार ने व्यक्त किया।