झांसी। सोशल मीडिया पर मनगढ़ंत रूप से फर्जी सूचनाएं ग्रुप में पोस्ट कर शासन-प्रशासन की छवि पर बटटा लगाने का एक प्रकरण प्रकाश में आया। इस फर्जी सूचना के कारण पुलिस भर्ती परीक्षा को पारदर्शिता व निष्पक्षता से सम्पन्न कराने में एड़ी-चोटी का जोर लगाए पुलिस व प्रशासन के पसीने छुड़ा दिए। दरअसल, एक वाटसएपिया ने सोशल मीडिया पर बने ग्रुप पर पुलिस भर्ती परीक्षा में नकल होने की सूचना पोस्ट कर दी। पुलिस भर्ती परीक्षा में नकल होने की खबर से पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया। आनन-फ ानन में पुलिस व प्रशासनिक अलमा बताए गए केन्द्र पर पहुंच गया और जांच पड़ताल की तो पता चला कि सूचना फर्जी है। इसके बाद एसएसपी डॉ ओपी सिंह ने मामले को गम्भीरता से लिया और फर्जी सूचना पोस्ट करने वाले के खिलाफ प्रेमनगर पुलिस को कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
एसएसपी के निर्देश पर प्रेमनगर थानाध्यक्ष गगन कुमार गौड़ ने फर्जी सूचना पोस्ट करने वाले राजगढ़ निवासी विपिन कुमार के विरुद्ध नोटिस जारी कर उसे तमिल करा दिया गया है। पुलिस ने नोटिस में 7 दिन में खबर पोस्ट करने का साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा है, अगर वह साक्ष्य प्रस्तुत नही कर सका तो पुलिस उसके विरुद्ध एफ आईआर दर्ज हो सकती है। इस प्रकरण में वरिष्ठ पत्रकारों का कहना है कि पारदर्शी व निष्पक्ष पत्रकारिता को बदनाम करने वाले वाटसएपियाओं के खिलाफ लगाम कसना जरूरी है। झांसी मीडिया क्लब ने इस तरह के फर्जीबाड़ा करने वालों के खिलाफ एफ आईआर दर्ज कर कार्यवाही की मांग की है।