वीरांगना लक्ष्मी बाई झांसी रेलवे स्टेशन पर अब 67 सीसीटीवी कैमरे रखेंगे नजर

झांसी। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के मार्ग दर्शन में झांसी मंडल द्वारा यात्री सुविधाओं, सुरक्षा एवं संरक्षा में दिन व दिन बढोत्तरी हो रही है। इसी क्रम में वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन के प्लेटफॉर्म 1, 2, 3, 4 एंव 5 पर लिफ्ट व एस्कलेटर पर सीसी टीवी कैमरा स्थापित किया गया है। इससे यात्री सुरक्षा में बढ़ोत्तरी तो होगी ही साथ ही शरारती तत्वों पर भी निगरानी होगी|

अक्सर देखा जाता है कि रेलवे स्टेशन पर लगी लिफ्ट और एस्केलेटर पर शरारती तत्व आए दिन नुकसान करते हैं | इसी के साथ कुछ न कुछ तोडफ़ोड़ और लिफ्ट व एस्केलेटर को बंद कर समस्या उत्पन्न कर देते है। इन्ही समस्याओं को देखते हुए झाँसी मंडल ने पहली बार इस तरह के सुरक्षा के उपाय अपनाए हैं। इससे शरारती तत्व अपनी मनमानी नहीं कर पाएंगे और स्टेशन पर यात्री जिनमें बुजुर्ग,दिव्यांग, बीमार, महिलाएं और बच्चे इन सुविधाओं का बेहतर उपयोग कर सकेंगे।

ज्ञात हो कि वीरांगना लक्ष्मी बाई झाँसी रेलवे स्टेशन पर समग्रित सुरक्षा सिस्टम के अंतर्गत यात्रियों की सुरक्षा हेतु 54 सीसीटीवी कैमरा पहले से लगे हुए हैं । जिसके माध्यम से स्टेशन पर आने जाने वालों रेल यात्रियों एवं अन्य गतिविधियों की निगरानी रेल प्रशासन द्वारा लगातार रखी जाती है | इन कैमरों में स्टोरेज की व्यवस्था होती है जिससे की आप बाद में भी किसी घटना को आसानी से देख सकते हैं|

अभी तक लिफ्ट और एस्केलेटर पर सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था नहीं थी, जिससे स्टेशन पर लगी लिफ्ट और एस्केलेटर पर शरारती तत्व आए दिन नुकसान करते थे | उपरोक्त समस्या को ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन द्वारा सभी लिफ्ट और एस्केलेटर (स्वचालित सीढ़ियों) पर cctv कैमरे लगाने का निर्णय लिया गया और अब लगभग सभी लिफ्ट और एस्केलेटर पर cctv कैमरे लगा दिए गये है जिनमें से कुछ की टेस्टिंग भी हो गयी है | इस प्रकार सभी लिफ्ट और एस्केलेटर पर लगभग 13 सीसीटीवी कैमरे लगाने का कार्य लगभग अंतिम चरण में चल रहा है।

इस प्रकार अब वीरांगना लक्ष्मी बाई झाँसी रेलवे स्टेशन पर कुल 67 सीसीटीवी कैमरे आपकी यात्रा को सुरक्षित और संरक्षित बनाने में सहायक सिद्ध होंगे | इस कार्य में वरिष्ठ मंडल सिग्नल और दूरसंचार इंजीनियर समन्वय नरेंद्र सिंह , वरिष्ठ मंडल बिजली इंजी नितिन गुप्ता एवं मंडल सिग्नल और दूरसंचार इंजीनियर जी आर राजपूत सहित अन्य अधिकारी और पर्यवेक्षक का सराहनीय योगदान रहा।