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झांसी। जिले के थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत छनियापुरा मोहल्ले में बुजुर्ग विकलांग पिता की उसके इकलौते नशेड़ी बेटे ने ही पीट-पीटकर हत्या कर दी। पिता के शव को लेकर पूरी रात वह कमरे में बंद रहा। शनिवार रात पड़ोस के लोगों ने जब बुजुर्ग का शव देखा तो वारदात का पता चला। कोतवाली पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को भी बुला लिया। पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया।

कोतवाली के छनियापुरा निवासी गोपाल अहिरवार (60) परिवार के साथ रहते थे। पत्नी शकुंलता के हाथ में फ्रैक्चर होने से वह बेटी के साथ तालबेहट चली गई थीं। बेटा आशीष (25) ही पिता के साथ रहता था। पड़ोसियों का कहना है कि आशीष आपराधिक प्रवृत्ति के साथ ही नशे का आदी है। इस वजह से मोहल्ले के लोग उससे बचते थे। अक्सर वह शराब के नशे में परिजनों से मारपीट करता था। घर में किसी के न होने से खाना नहीं बनता था। शुक्रवार शाम पड़ोस में रहने वाली पिस्सा ने खाना बनाकर गोपाल को खिला दिया। इससे आशीष नाराज हो गया। रात में शराब के नशे में पिता गोपाल की बेरहमी से पिटाई करने लगा। पड़ोसियों के मुताबिक रात करीब बारह बजे तक गोपाल के चीखने-चिल्लाने की आवाज आती रही। कुछ देर बाद आवाज आनी बंद हो गई।

शनिवार पूरे दिन आशीष घर से बाहर नहीं निकला। शनिवार रात करीब आठ बजे उसके निकलने पर पड़ोसियों ने बिस्तर पर गोपाल की लाश पड़ी देखी। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह, कोतवाली प्रभारी शैलेंद्र सिंह पहुंचे। गोपाल के शरीर में चोट के निशान मिले। कपड़ों में लगा खून सूख चुका था। आशंका जताई जा रही कि करीब बीस घंटे पहले गोपाल की जान चली गई। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह के मुताबिक हत्या की वजह अभी साफ नहीं हो सकी है। आरोपी से पूछताछ की जा रही हैं।

बेल्ट से पीट-पीटकर बुजुर्ग पिता को कर देता था बेदम
इकलौते बेटे के हाथों पिता की हत्या की बात जिसने भी सुनी, उसका कलेजा कांप उठा। आसपास के लोगों से पूछताछ में इस बेदर्द बेटे की वहशियाना हरकतें सामने आईं। उसकी हरकतों के बारे में सुनकर पुलिस अफसर भी हैरान रह गए।
पड़ोसियों ने बताया कि नशे का आदी होने के साथ आशीष आपराधिक प्रवृत्ति का था। अक्सर अपने पास ब्लेड रखता था। विवाद होने पर ब्लेड से हमला करके घायल कर देता था। बात-बात पर गाली गलौज और मारपीट करना उसके लिए आम बात थी। पड़ोस के लोग भी उससे दूरी बनाकर रखते थे। उसके परिवार से पड़ोसियों ने भी दूरी बना ली थी।
नशा करके आशीष अपने मां-बाप को जानवरों की तरह मारता-पीटता था। रात को अक्सर पिता गोपाल की बेल्ट से पिटाई करता था। पिता बीच-बचाव की गुहार लगाते थे लेकिन, आसपास के लोग आशीष के डर से बीच बचाव करने आगे नहीं आते थे। कुछ दिन पहले मां शकुंतला के साथ भी मारपीट करके उनका हाथ तोड़ दिया था। मां का उपचार भी नहीं कराने दे रहा था। यह बात मालूम चलने पर उसकी बहन तीन-चार दिन पहले ही उसे लेकर तालबेहट चली गई थी।
मुंह के अंदर रखता था ब्लेड
पुलिस ने जब उसे पकड़ा तब उसने मुंह के अंदर दो टुकड़े में ब्लेड छुपाया हुआ था। पुलिस ने किसी तरह उससे ब्लेड बाहर निकलवाया। पुलिस अफसरों के मुताबिक आरोपी आशीष बेहद शातिर किस्म का है। पहले भी मारपीट करने की शिकायत आई थी। इस वजह से उसका पिछले माह ही कोतवाली पुलिस ने चालान किया था।