— सीआरएस ने दी ९० किमी प्रति घण्टा की गति से गाडिय़ां चलाने की अनुमति झांसी। झांसी-कानपुर दोहरीकरण कार्य के अन्तर्गत पिरोना से भुआ रेल खण्ड (२७ किमी) पर ट्रेक दोहरीकरण व विद्युतीकरण का आज रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) एके जैन द्वारा अधिकारियों की टीम के साथ १२० किमी प्रति घण्टा की गति से इंजन सहित दो बोगियों को दौड़ा कर परीक्षण किया। इसके पूर्व सीआरएस गत दिवस मोटर ट्राली से इस सेक्शन का सघन निरीक्षण कर चुके थे और इस निरीक्षण में सेक्शन को दुरुस्त पाए जाने पर उन्होंने आज स्पीड ट्रायल किया है। इसके बाद सीआरएस ने इस खण्ड पर ९० किमी प्रति घण्टा की गति से गाडिय़ां चलाने की अनुमति प्रदान कर दी।
झांसी-कानपुर दोहरीकरण के तहत पिरोना-भुआ सेक्शन का आज स्पीड ट्रायल निरीक्षण हेतु सीआरएस एके जैन अधिकारियों के लाव-लश्कर के साथ आज पिरोना स्टेशन पहुंचे। उन्होंने पिरोना से इंजन व दो बोगियों के साथ भुआ स्टेशन तक स्पीड ट्रायल किया। सूत्रों के अनुसार स्पीड ट्रायल में सीआरएस ने इंजन को अधिकतम ११० से लेकर १२० किमी प्रति घण्टा की गति से चला कर ट्रेक का परीक्षण किया। ट्रायल के संतोषजनक परिणाम के उपरान्त रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा ९० किमी प्रति घंटे से गाडिय़ों के संचालन की अनुमति प्रदान की गयी। इसके उपरान्त गाड़ी संख्या १२५११ को उक्त रूट पर संरक्षा के साथ सफ लता पूर्वक संचालित किया गया। अब यह नव संस्थापित खंड मालगाड़ी एवं यात्री गाडिय़ों के सुरक्षित संञ्चालन हेतु उपलब्ध है। इस दोहरीकृत खंड के प्रारंभ होने से कानपूर-झांसी रेल खंड पर गाडिय़ाँ अधिक गति से संचालित की जा सकेंगी, जिससे निश्चित तौर पर इनकी समय पालनता में वृद्धि होगी। निरीक्षण के दौरान अशोक कुमार मिश्र मंडल रेल प्रबंधक तथा अन्य सम्बंधित अधिकारीगण साथ रहे।
गौरतलब है कि गत दिवस सीआरएस द्वारा पिरोना स्टेशन पर पहुंच कर मोटर ट्राली से पिरौना से निरीक्षण शुरू किया। इस दौरान उन्होंने पिरौना, एट व भुआ स्टेशन के गेट नम्बर १७७ तक का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण में उन्होंने रेल लाइन, क्रासिंग गेट, स्टेशनों आदि को देख कर उनकी कमियों आदि को परखा था। इसके बाद उन्होंने आज स्पीड ट्रायल का निर्णय लिया था।