झांसी। थाना नवाबाद क्षेत्र अंतर्गत करगुआं स्थित श्री1008 दिगंबर जैन करुणा स्थली से गुरुवार रात बदमाशों ने भगवान महावीर एवं भगवान श्रीसिद्ध की अष्टधातु की मूर्ति समेत जिन बिंब, सिंहासन, चांदी के छत्र, चंवर एवं भामंडल चोरी कर लिए। मूर्तियां काफी प्राचीन बताई जा रही हैं। इस घटना से जैन समाज में आक्रोश है।

झांसी के मेडिकल कॉलेज के गेट नंबर तीन के सामने करगुवां जी में जैन करुणा स्थली में केयर टेकर के तौर पर उनाव बालाजी निवासी हरप्रसाद कुशवाहा, पत्नी पार्वती और बेटे नारायण एवं बगल के कमरे में पुजारी शिखर चंद्र जैन रहते हैं। आधी रात को बारिश होने पर हरप्रसाद मंदिर से नीचे आ गए। बेटे नारायण ने पुलिस को बताया कि रात करीब डेढ़ बजे बदमाश पीछे पहाड़ी के रास्ते से आए और शटर तोड़कर अंदर घुस गए। सीसीटीवी कैमरे को दूसरी ओर घुमा दिया। मंदिर के अंदर से भगवान महावीर और सिद्ध भगवान की अष्टधातु की दो मूर्तियां समेत दो किलो चांदी के छत्र सहित अन्य वस्तुएं चुराकर उसी रास्ते से भाग निकले।दोनों मूर्तियां करीब 9-9 इंच लंबी और पांच किलो वजनी हैं।

सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से फिंगरप्रिंट और अन्य सबूत जुटाए। मंदिर समिति के मंत्री राजकुमार जैन की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने मंदिर के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की। मंदिर आने-जाने के रास्ते पर कई प्रतिष्ठानों के सामने भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलिस उनको भी जांच रही है। बदमाशों की तलाश में तीन टीमें लगाई गई हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक वारदात के समय आसपास सक्रिय मोबाइल नंबर ट्रेस कर उनकी भी जांच हो रही है। दो साल पहले भी बदमाश इसी मंदिर के दानपात्र को निशाना बना चुके हैं।

जैन पदाधिकारियों ने जताई नाराजगी
दिगंबर जैन करुणा स्थली से मूर्तियां चोरी होने की घटना से जैन समाज में भारी आक्रोश है। जैन समाज पंचायत के बैनर तले शुक्रवार को पदाधिकारियों की बैठक हुई। पदाधिकारियों ने घटना का जल्द खुलासा करने की मांग की। अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जैन ने कहा कि मूर्तियों का चोरी होना शर्मनाक है। इस दौरान शिरोमणि जैन, भागचंद्र जैन, अशोक जैनिथ, अनूप पड़रा, राजीव जैन अहिंसा, कुलदीप जैन करगुवां आदि मौजूद रहे।