कर्मचारी की सतर्कता से बड़ा हादसा टला
झांसी। भले ही रेल प्रशासन लगातार हो रही बारिश के चलते रेल संचालन निर्वाध बनाने के लिए अलर्ट पर रहने व हर मिनट ट्रैक पर नजर रखने के दावे कर रहा है, किंतु गुरुवार को झांसी मंडल में कोटरा – डबरा के बीच यह बेअसर दिखाई दिये। गुरुवार को झांसी से दिल्ली की ओर दौड़ रही वंदे भारत एक्सप्रेस जब ग्वालियर की ओर बढ़ रही थी तो कोटरा-डबरा के बीच रेल ट्रैक की मिट्टी और गिट्टी पानी में बहने की जानकारी मिलते ही ट्रेन को रोक दिया गया और बड़ा हादसा बच गया। यह घटना झांसी डिविजन के कोटरा और डबरा स्टेशन के बीच सिंध ब्रिज के पास किलोमीटर क्रमांक 1176 के पास हुई। यहां रेलवे ट्रैक के नीचे से मिट्टी धसकने से रेलवे ट्रैक बैठ गया था। गनीमत रही कि झांसी की ओर आ रहे रेलकर्मी ने हवा में झूलती पटरी देखते ही कंट्रोल रूम को सूचित कर ट्रेन को रुकवाया। इसके बाद तीसरी लाइन से ट्रेनों का संचालन किया गया।
दरअसल, गुरुवार को रानी कमलापति-हजरत निजामुद्दीन वंदे भारत एक्सप्रेस झांसी से 8.44 बजे ग्वालियर के लिए रवाना हुई। ट्रेन अभी सोनागिर के पास गुजर रही थी कि इसी बीच ग्वालियर से झांसी की ओर आ रही चंबल एक्सप्रेस में सवार मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में कार्यरत कर्मी वीरेंद्र ने 8.54 बजे देखा कि कोटरा-डबरा के बीच रेलवे ट्रैक की मिट्टी और गिट्टी पानी के बहाव से बह जाने के कारण रेल लाइन हवा में झूल रही है। उन्होंने खतरा भांप कर तुरंत झांसी कंट्रोल रूम को सूचना देते हुए स्थिति से अवगत कराया। इसके बाद आनन-फानन में वंदे भारत एक्सप्रेस को रुकवा दिया। वहीं, उसके पीछे चल रही अन्य ट्रेनों को भी मंडल में रोका गया।
इसके बाद मौके पर पहुंचे रेल अधिकारियों और कर्मियों की टीम ने मरम्मत कार्य शुरू किया और अन्य ट्रेनों को तीसरी लाइन से 30 किलोमीटर की रफ्तार से रवाना करते रहे। इस पूरी घटना में वंदे भारत एक्सप्रेस ढाई घंटे रेलखंड पर रुकी रही और अपने निर्धारित समय सुबह 9.41 बजे के स्थान पर 2.47 घंटे की देरी से दोपहर 12.28 बजे ग्वालियर पहुंची।
रेलवे अलर्ट पर
गौरतलब है कि भारी वर्षा के चलते मिट्टी कटाव को देखते हुए रेलवे अलर्ट पर है और हर मिनट रखी जा रही है ट्रैक पर नजर। मंडल रेल प्रबंधक ने लोको पायलट से लेकर ट्रैक मेंटेनर और इंजीनियरिंग विभाग के सभी कर्मियों को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, कंट्रोल रूम काे भी वॉर रूम में बदला गया है। बिजली, सिग्नल, ओएचई, अंडरब्रिज, ओवर ब्रिज के लिए लगातार पेट्रोलिंग भी कराई जा रही है।









