झांसी। ट्रेन संख्या 18478 कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस में मुख्य टिकट निरीक्षक की सतर्कता से जहां अपहृत अबोध बच्ची को सकुशल बचा लिया गया वहीं भाग रहे आरोपी को दबोच लिया गया। मुख्य टिकट निरीक्षक की इस तत्परता की सराहना की जा रही है।
झांसी मंडल के मुख्य टिकट निरीक्षक राजीव कुमार मिश्रा ने 18478 कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस में ड्यूटी के दौरान अद्वितीय सतर्कता और संवेदनशीलता का परिचय दिया। उन्होंने ग्वालियर स्टेशन से ट्रेन के चलने के पश्चात B-5 कोच में एक व्यक्ति को एक अबोध बच्ची (उम्र लगभग 1 वर्ष) के साथ बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़ा। पूछताछ के दौरान उक्त व्यक्ति संदिग्ध व्यवहार करते हुए बच्ची को छोड़कर स्लीपर कोच में भागने का प्रयास करने लगा।
उन्होंने निखिल कुमार पांडेय उप मुख्य टिकट निरीक्षक और पुनीत कुमार वरि. सीसीटीसी के सहयोग से संदिग्ध व्यक्ति को तुरंत पकड़ लिया। गहन पूछताछ में उसने अपना नाम कल्लू (40 वर्ष) पुत्र रामरतन, निवासी ग्राम जारौनी, मुरैना, म.प्र. बताया। हालांकि, वह बच्ची के संबंध में कोई संतोषजनक जानकारी नहीं दे सका। आगे पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह बच्ची को उठाकर लाया था, और बच्ची के पिता का नाम शंकर है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, श्री राजीव कुमार मिश्रा ने तत्काल मंडल नियंत्रण कार्यालय, झांसी को सूचना दी। झांसी स्टेशन पर पहुंचने पर संदिग्ध व्यक्ति और बच्ची को जीआरपी और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम को सौंप दिया गया। बच्ची के माता-पिता से सम्पर्क का प्रयास किया जा रहा है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा ने राजीव कुमार मिश्रा और उनकी टीम के इस त्वरित और संवेदनशील कदम की सराहना की। उन्होंने कहा की हमारी टीम की सतर्कता और त्वरित कार्यवाही से एक मासूम बच्ची को सुरक्षित बचाया जा सका। यह घटना रेलवे की सुरक्षा और संवेदनशीलता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।












