NCCOEEE व AIFODE के आवाह्न पर ऊर्जा निगमों के निजीकरण के विरोध में पूरे राष्ट्र में हुई विरोध सभा
पूर्वांचल व दक्षिणांचल के निजीकरण से जूनियर इंजीनियर व विद्युत कर्मियों की नौकरी जाना तय, समायोजन की स्थिती भयावाह
झांसी। NCCOEEE एवं AIFODE के आवाह्न पर ऊर्जा निगमों के निजीकरण के विरोध में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन की जनपद शाखा झांसी द्वारा कार्यालय मुख्य अभियंता वितरण झांसी में आयोजित विरोध सभा में जनपद झांसी के सभी प्रोन्नत/अवर अभियंताओं ने एक स्वर में ऊर्जा प्रबंधन द्वारा किए जा रहे ऊर्जा निगमों के निजीकरण का विरोध किया ।
सभा को संबोधित करते हुए इं आर के त्रिवेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष AIFODE ने कहा कि NCCOEEE एवं AIFODE के आवाह्न पर पूरे राष्ट्र में ऊर्जा निगमों के निजीकरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी एक दिवसीय विरोध सभा की जा रही है। ऊर्जा निगमों का निजीकरण यदि किया जाता है तो निश्चित ही आम जनमानस, किसानों को लालटेन युग में जीना पड़ेगा । निजीकरण मात्र कुछ पूंजीपतियों को विभाग बेचने के लिए किया जा रहा है जो प्रदेश और देश हित में कदापि नहीं है । जब लड़ाई जीवन की जीविका से संबंधित है तो किसी भी हद तक लड़ाई करना पड़े लड़ा जाएगा।
सभा की अध्यक्षता करते हुए इं रामकुमार जनपद अध्यक्ष झांसी द्वारा सभी को सचेत रहकर हर स्तर की संघर्ष करने को तैयार रहने को कहा है। संगठन के क्षेत्रीय अध्यक्ष इं सुनील कुमार ने बताया कि लाखों बेरोजगार युवा और पढ़े लिखे तकनीकी बच्चों का क्या भविष्य रह जाएगा जब उनको कॉरपोरेशन में रोजगार ही नहीं मिलेगा।
क्षेत्रीय सचिव इं० राजकुमार ने बताया कि जब जब सरकार ,ऊर्जा प्रबंधन ने गलत नीतियों पर काम किया है उसका विरोध बिजली कर्मियों द्वारा करके प्रबंधन को वापस होने पर विवश किया है l प्रांतीय उपाध्यक्ष इं ललतेश यादव ने बताया कि सत्य की हमेशा जीत होती है, अभी तक प्रबंधन हमारी बातों को दरकिनार कर रहा है जल्द ही उनको केंद्रीय पदाधिकारियों के साथ बात करके निजीकरण के निर्णय को वापस लेना पड़ेगा। इं शिव कुमार कुशवाहा ने बताया कि प्रबंधन गलत निर्णय को लेकर करोड़ों गरीबों के घर अंधेरा करने पर तुला है क्योंकि महंगी बिजली का बिल गरीब परिवार नहीं जमा कर पाएगा। इं ऋतिक कुमार ने बताया कि अब संगठन भी आर पार की लड़ाई लड़ेगा।
इं शैलेन्द्र ने बताया कि ऊर्जा प्रबंधन सुधार कार्यक्रम लागू करने के अलावा विभाग को बेचने में लगा है। इं नरेंद्र कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अभी बिजली अधिकतम ₹ 6.5 प्रति यूनिट है लेकिन अन्य राज्यों के ₹ 16 प्रति यूनिट से भी ज्यादा है इससे उद्योगपतियों को केवल फायदा होगा।
सभा में इं रामकरण ,इं मीनू कुमार , इं कन्हैया लाल , इं रवि कुमार गुप्ता , इं भगवती प्रसाद , इं मनोज कुमार सोनी , इं राजेश कुमार, इं राजीव श्रीवाश , इं विक्रम ,इं रजनीश, इं शादगुरू, इं चंद्र प्रकाश, इं लक्ष्मी नारायण आदि के साथ साथ जनपद के सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया।