भोपाल । भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (RKMP) पर 26 मई की रात भोपाल एक्सप्रेस (12155) के ट्रेन मैनेजर वैभव भारती की सतर्कता और साहस से चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में प्लेटफॉर्म पर गिरे एक यात्री की जान बच गई।

दरअसल, 26 मई की रात 22:40 बजे, भोपाल एक्सप्रेस (12155) रानी कमलापति स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 से हजरत निजामुद्दीन के लिए रवाना हो रही थी। इसी दौरान विदिशा निवासी कपिल लीलानी (45 वर्ष), जो स्लीपर कोच S3 में यात्रा करने वाले थे, चलती ट्रेन को पकड़ने के लिए प्लेटफॉर्म पर दौड़ने लगे। अचानक कपिल का संतुलन बिगड़ने से वह प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच गिरने लगे। उनकी जान को गंभीर खतरा था, क्योंकि ट्रेन की गति बढ़ रही थी।

यह देख कर ट्रेन के ब्रेक वैन में ड्यूटी पर तैनात ट्रेन मैनेजर वैभव भारती ने तुरंत स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए बिना एक पल गंवाए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। इस त्वरित कार्रवाई से यात्री कपिल लीलानी गंभीर दुर्घटना का शिकार होने से बच गए । वैभव ने तुरंत यात्री को ब्रेक वैन में लाकर उनकी स्थिति जांची और प्राथमिक स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की। जब कपिल की हालत सामान्य हुई, तब ट्रेन को सावधानीपूर्वक रवाना किया गया।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक भोपाल सौरभ कटारिया ने बताया, “वैभव भारती की तत्परता ने न केवल एक यात्री की जान बचाई, बल्कि रेलवे की सुरक्षा प्रतिबद्धता को भी उजागर किया।” वैभव भारती, जो पश्चिम मध्य रेलवे (WCR) के भोपाल मंडल में ट्रेन मैनेजर के रूप में कार्यरत हैं, ने इस घटना से रेलवे कर्मचारियों की जिम्मेदारी और सतर्कता का शानदार उदाहरण पेश किया।

वैभव ने प्रशिक्षण के दौरान सीखी आपातकालीन प्रक्रियाओं का सटीक उपयोग किया। उन्होंने बताया, “मैंने देखा कि यात्री ट्रेन के पीछे दौड़ रहा है। तुरंत मुझे लगा कि यह खतरनाक हो सकता है। मैंने बिना देर किए ब्रेक लगाया और यात्री की सुरक्षा सुनिश्चित की।” पश्चिम मध्य रेलवे ने वैभव को पुरस्कृत करने की घोषणा की है, और मंडल रेल प्रबंधक देवाशीष त्रिपाठी ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा, “हमारे कर्मचारी यात्रियों की सुरक्षा के लिए 24×7 तैनात हैं। वैभव ने इसे साबित किया।”

सीसीटीवी फुटेज, सबूत और सबक

प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर लगे सीसीटीवी कैमरों ने इस पूरी घटना को रिकॉर्ड किया। फुटेज में दिख रहा है कि कपिल ट्रेन के दरवाजे को पकड़ने की कोशिश में लड़खड़ाते हैं, और जैसे ही वे गिरने लगते हैं, ट्रेन अचानक रुक जाती है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, और लोग वैभव भारती को “रेलवे का हीरो” बता रहे हैं।

वरिष्ठ डीसीएम सौरभ कटारिया ने कहा, “सीसीटीवी फुटेज न केवल घटना का सबूत है, बल्कि यह भी दिखाता है कि रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था कितनी मजबूत है।” रेलवे प्रशासन ने इस फुटेज को प्रशिक्षण के लिए उपयोग करने का फैसला किया, ताकि अन्य कर्मचारियों को आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए प्रेरित किया जा सके।

विदिशा निवासी कपिल लीलानी ने स्वीकार किया कि उनकी जल्दबाजी ने उन्हें खतरे में डाल दिया। उन्होंने कहा, “मैं ट्रेन छूटने के डर से दौड़ रहा था। मुझे नहीं पता था कि यह इतना खतरनाक हो सकता है। वैभव जी और रेलवे का शुक्रिया, जिन्होंने मेरी जान बचाई।” कपिल की हालत अब सामान्य है, और उन्होंने रेलवे से माफी मांगी।

रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे चलती ट्रेन में चढ़ने या उतरने की कोशिश न करें। सौरभ कटारिया ने कहा, “ऐसी घटनाएं जानलेवा हो सकती हैं। यात्री अपनी और दूसरों की सुरक्षा के लिए जागरूक रहें।” पश्चिम मध्य रेलवे ने जागरूकता अभियान शुरू करने की योजना बनाई है, जिसमें स्टेशनों पर लाउडस्पीकर, पोस्टर, और सोशल मीडिया के जरिए यात्रियों को सुरक्षा नियमों की जानकारी दी जाएगी।

रेलवे ने हाल ही में कवच प्रणाली और इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग को अपग्रेड करने की योजना शुरू की है, ताकि ट्रेन हादसों को और कम किया जा सके। भोपाल मंडल में 2024-25 में शून्य रेल हादसे का रिकॉर्ड रहा, जो रेलवे की मजबूत व्यवस्था को दर्शाता है।