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ट्रेन में खिलाड़ी की मौत के बाद जागा रेल प्रशासन

झांसी। यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, झाँसी मंडल ने एक अनुकरणीय पहल की है। रेलवे बोर्ड से प्राप्त दिशानिर्देशों के अनुपालन में, मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिंह के कुशल निर्देशन तथा वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा के नेतृत्व में अब झाँसी मंडल के प्रत्येक टिकट जांच कर्मचारी (TTE) को एक विशेष प्राथमिक उपचार किट प्रदान की गई है। इसका उद्देश्य ट्रेन में यात्रा के दौरान होने वाली सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं में यात्रियों को तत्काल और प्रभावी सहायता प्रदान करना है।

इस अभिनव कदम के तहत अब यात्रियों को उल्टी, दस्त, हल्का बुखार, पेट दर्द, सिरदर्द, मामूली चोट या एलर्जी जैसी सामान्य समस्याओं के लिए अगले स्टेशन तक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी। पहले ऐसी परिस्थितियों में यात्रियों को केवल स्टेशन पर उपलब्ध डॉक्टर की सहायता मिल पाती थी, जिससे न केवल असुविधा होती थी बल्कि ट्रेन की समयपालनता भी प्रभावित होती थी। अब इस नई व्यवस्था के तहत, गाड़ियों में मौजूद TTE स्वयं प्रशिक्षित प्राथमिक उपचार प्रदान कर सकेंगे।

विशेष प्राथमिक उपचार किट की विशेषताएँ:

प्रत्येक दवा का उपयोग और प्रयोजन स्पष्ट रूप से उल्लिखित

सिरदर्द, एलर्जी, बॉडी पेन, डायरिया, पेट दर्द, हल्का बुखार एवं सीने में दर्द की दवाएँ।

ब्लड प्रेशर जैसी प्राथमिक जटिलताओं हेतु जरूरी दवाएँ।

मलहम, पट्टियाँ एवं आवश्यक प्राथमिक उपचार सामग्री।

रेल प्रशासन की यह पहल यात्रियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील प्रयास है, जो न केवल यात्रा को अधिक सुरक्षित बनाती है, बल्कि यात्री सेवा में भारतीय रेल की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। गौरतलब है कि हाल ही में ट्रेन में चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने से एक विकलांग खिलाड़ी की मौत हो गई थी। इस घटनाक्रम के बाद रेल प्रशासन द्वारा यह व्यवस्था की गई है।