- प्लेटफार्म पर चार व्यक्ति हत्थे चढ़े, झांसी से दिल्ली ले जा रहे थे रकम
झांसी। झांसी से अवैध लाखों की नगदी दिल्ली पहुंचाने के मामले का उस समय पर्दाफाश हो गया जब जीआरपी व आरपीएफ की टीम ने प्लेटफार्म नम्बर पांच से चार व्यक्तियों को दबोच लिया। पकड़े गए व्यक्तियों के पास से बैगों में ७२,४६,४०० रुपए की गडिडयां रखी मिलने पर सनसनी फैल गयी। पकड़े गए व्यक्तियों की मानें तो यह रकम ‘वैलरी खरीदने के लिए थी जबकि इसे हवाला की राशि माना जा रहा है। - बताया गया है कि अजीत कुमार सिंह प्रभारी निरीक्षक जीआरपी थाना के नेतृत्व में वरिष्ठ उप निरीक्षक विनय कुमार साहू मय हमराही कर्मचारी, क्यू आरटी टीम उप निरीक्षक पीएल प्रजापति मय हमराही टीम एवं आरपीएफ स्टेशन पोस्ट प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार यादव हमराह आरक्षी राजकुमार वर्मा, बृजमोहन मीणा के साथ रेलवे स्टेशन पर चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान जरिए मुखबिर सूचना मिली कि प्लेटफार्म नम्बर पांच पर चार व्यक्ति अलग-अलग बैग में काफी मात्रा में अवैध धन लेकर दिल्ली की तरफ जा रहे हैं। इस सूचना पर संयुक्त टीम प्लेटफार्म नम्बर पांच पर पहुंची और मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर घेराबंदी कर संदिग्धावस्था में खड़े चार व्यक्तियों को दबोच लिया। तलाशी लेने पर चारों व्यक्तियों के पास बैगों में ७२,४६,४०० रुपए (प्रत्येक व्यक्ति के पास अलग-अलग बैग में १८ लाख, ११ हजार, ६ सौ रुपए) मिले। चारों व्यक्ति बरामद रुपयों के बारे में कोई कागजात नहीं दिखा सके। उनका कहना था कि जो रुपए उनसे मिले हैं वह झांसी के प्रमुख सर्राफा व्यापारियों के हैं। इन रुपयों से ‘वैलरी की खरीद-फरोख्त करते हैं।
पूछताछ करने पर चारों ने अपने नाम क्रमश: गणेश रायकवार पुत्र मूलचन्द निवासी बड़ागांव गेट बाहर ढिमरियाना कोतवाली, ठाकुर दास प्रजापति पुत्र सोनी राम निवासी बंगलाघाट कोतवाली, रामाधार ढीमर पुत्र भगवान दास निवासी बड़ागांव गेट बाहर डढिया पुरा कोतवाली, अवधेश अग्रवाल पुत्र धनीराम अग्रवल निवासी बड़ागांव गेट अंदर कोतवाली बताया। भारी मात्रा में अनाधिकृत और अवैध धन के बरामद होने पर प्रभारी निरीक्षक जीआरपी अजीत कुमार सिंह द्वारा उ’चाधिकारियों को जानकारी दी गयी। इतनी भारी मात्रा में अवैध धनराशि की बरामदगी जीआरपी झांसी की बड़ी उपलब्धि बताते हुए उ’चाधिकारियों द्वारा इस सफलता पर जीआरपी की सराहना की। इधर, सूचना मिलने पर थाने में कई सर्राफा कारोबारी व अधिवक्ता पहुंच गए और जीआरपी व आयकर अधिकारियों से वार्ता की कोशिश की, किन्तु सफलता नहीं मिल सकी।
कई बार लाखों रुपए दिल्ली ले जा चुके
सूचना मिलने पर आयकर विभाग के अधिकारियों की टीम भी थाने पहुंच गयी। टीम ने चारों व्यक्तियों से बरामद रुपयों के बारे में गहन पूछताछ कर बयान दर्ज किए। पकड़े गए व्यक्तियों ने बताया कि वह लोग कई बार आभूषण कारोबारी के अवैध लाखों रुपए झांसी से दिल्ली ले जा चुके हैं। उन्हें लाखों रुपए की खेप को दिल्ली पहुंचाने के एवज में प्रत्येक फेरा के मेहनताने के रूप में चार से पांच हजार रुपए मिलते हैं।
कहीं हवाला की रकम तो नहीं
सूत्रों की मानें तो पकड़े गए व्यक्ति साधारण परिवार के हैं और देखने-दिखाने को छोटा-मोटा काम करते हैं। उन्होंने स्वीकारा कि उन्हेें नहीं पता कि इस राशि से ‘वैलरी खरीदी जाती है या नहीं। वह तो लाखों रुपए झांसी से लेकर दिल्ली में बताए गए पते पर पहुंचा देते हैं। उन्होंने लाखों की रकम की खेप को दिल्ली पहुंचाने की कुछ तिथियां भी आयकर अधिकारियों को बतायीं। पकड़ी गयी रकम को हवाला की रकम भी समझा जा रहा है। आयकर अधिकारियोंं द्वारा गहन जांच की जा रही है।