• कर्मचारियों ने हंगामा कर सुपरवाइजर मीटिंग का किया बहिष्कार
    झांसी। एसी लोको शेड में आज उस समय कर्मचारियों ने काम छोड़ कर हंगामा कर दिया जब शेड में पैसेंजर लोको (कोचिंग) को शिडयूल कार्य के लिए लाया गया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पहले से ही शेड में कर्मचारियों की कमी होने से गुडस लोको शिडयूल में समस्या हो रही है और कर्मचारियों की कमी को अनदेखा कर पैसेंजर लोको शिडयूल के लिए मंगा लिए गए हैं। हंगामे की खबर लगते ही वरिष्ठ मण्डल विद्युत अभियंता आरएस ने एनसीआरईएस व एनसीआरएमयू के कर्मचारी नेताओं से वार्ता कर आश्वस्त किया कि शेड में पैसेंजर लोको को नहीं आने का पूर्ण प्रयास किया जाएगा। इसके बाद कर्मचारी काम पर लौटे।
    दरअसल, एसी लोको शेड में मेण्टीनेंस के लिए गुडस लोको का शिडयूल किया जाता है। शेड में स्टाफ की भारी कमी के चलते गुडस लोको का शिडयूल होने में समस्या का सामना करना पड़ता है। एनसीआरईएस व एनसीआरएमयू के नेताओं द्वारा स्टाफ की कमी को दूर करने की मांग की जाती रही है, किन्तु कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस स्थिति के बावजूद कानपुर शेड से पैसेंजर लोको नम्बर २२२७५ को झांसी शेड में भेज दिया गया। यह देख कर कर्मचारी भड़क गए और सुपरवाइजर मीटिंग का बहिष्कार कर दिया। कर्मचारियों का कहना था कि स्टाफ की कमी से जूझ रहे शेड में पैसेंजर लोको को पहुंचा दिया जाना समस्या बन सकता है। कर्मचारियों के प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर लगभग ११ बजे सीनियर डीईई आरएस ने प्रदर्शनकारियों को वार्ता पर बुलाया। कर्मचारी नेताओं ने शेड की स्थिति की जानकारी देते हुए पैसेंजर लोको के शिडयूल का विरोध किया। उनका कहना था कि शेड केकई सम्बन्धित कर्मचारियों को उनके निर्धारित काम के स्थान पर दूसरी जगह लगाया गया है। इसके चलते समस्या है। उन्होंने पैसेंजर लोको को शेड में नहीं मंगाने व कर्मचारियों को निर्धारित कार्य पर ही लगाए जाने की मांग की।
    शेड में वरिष्ठ मण्डल विद्युत अभियंता आरएस के आमंत्रण पर हुई वार्ता के अनुसार आश्वासन मिला कि अगले आदेश तक पैसेंजर लोको (कोचिंग) लोको शिडयूल कार्य में नहीं लगाए जाएंगे। जिस प्रकार पहले गुडस लोको का शिडयूल किया जा रहा था, यथावत वैसे ही गुडस का शिडयूल किया जाएगा। सभी शेड कर्मचारियों की परेशानियों एवं भावनाओं को ध्यान मेें रखते हुए इस प्रकरण को सीनियर डीईई आरएस के माध्यम से मुख्यालय भेजा जाएगा एवं पैसेंजर लोको को नहीं आने का पूर्ण प्रयास किया जाएगा। इस आश्वासन के बाद कर्मचारी शांत हुए और काम सुचारू हो गया।