पूर्व प्रधान व भतीजा हत्थे चढ़े, महिला का सर व बाकी टुकड़े नदी से बरामद

झांसी। झांसी में कुछ दिन पहले मिले महिला के शरीर के टुकड़ों से जुड़े ब्लाइंड मर्डर की भयानक वारदात का पुलिस ने खुलासा कर हत्यारोपी पूर्व प्रधान व उसके भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है जबकि तीसरे साथी की तलाश है। मृतका पूर्व प्रधान की गर्लफ्रेंड थी। उसने भतीजे व साथी की मदद से बेरहमी से गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद बेरहमी से गर्लफ्रेंड के शव को 7 टुकड़ों में काट डाला और फिर 3 टुकड़े बोरी में भरकर कुएं में डाल दिए। बाकी टुकड़ों को 7 किलोमीटर दूर नदी में फेंक आये थे ताकि न ही मृतका की शिनाख्त हो और न ही वह पकड़े जा सकें।

दरअसल, 13 अगस्त को टोड़ीफतेहपुर थाना क्षेत्र के किशोरपुरा गांव में रहने वाला विनोद पटेल अपने खेत पर गया था। उसके खेत में बने कुएं से तेज बदबू आ रही थी। विनोद ने कुएं में झांककर देखा, तो पानी में दो बोरियां तैर रही थीं। उसने तुरंत पुलिस और गांववालों को इस बारे में बताया। पुलिस ने लोगों की मदद से दोनों बोरियों को कुएं से बाहर निकलवाया।

एक बोरी में महिला का गर्दन से लेकर कमर तक का हिस्सा था। जबकि, दूसरी बोरी में कमर से लेकर जांघ तक का हिस्सा भरा था। महिला के हाथ-पैर और सिर गायब थे। इसके बाद कुएं को खाली करवाया गया। तब एक हाथ भी मिल गया। लेकिन, बिना सिर के महिला के शव की शिनाख्त नहीं हो पा रही थी। इसके बाद सोमवार (18) अगस्त) को पोस्टमॉर्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया।

एसएसपी के निर्देश पर इस अंधे हत्या कांड की जांच करने के लिए पुलिस की 18 टीमें लगाई गईं। इसके बाद एक पुलिस टीम महेवा गांव पहुंची। वहां एक व्यक्ति ने बताया कि ये रचना यादव हो सकती है। रचना के बारे में जब पुलिस ने पता लगाया, तो वह मिसिंग थी। पुलिस टीमों ने मिलकर मंगलवार को शव की शिनाख्त रचना यादव के रूप में कराई। फिर कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए महेवा गांव के पूर्व प्रधान संजय पटेल और उसके भतीजे संदीप पटेल को गिरफ्तार कर लिया। दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने बुधवार को नदी के अंदर से महिला का सिर समेत अन्य बॉडी के पार्ट बरामद कर लिए। इस हत्या कांड में शामिल तीसरा आरोपी प्रदीप उर्फ दीपक अहिरवार फरार है।

एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि बोरे में मिले शरीर के टुकड़ों के मामले के लिए 8 टीमों का गठन किया था। इसके अलावा 10 और टीमों को अलग-अलग गांव में चेकिंग कराई गई ऐसी कोई महिला मिसिंग तो नहीं है। यह ब्लाइंड मर्डर था और सनसनीखेज भी। इसमें पता चला है कि एक महिला ने अपने पूर्व पति और घर वालों पर मुकदमा लगाया था इसकी पैरवी संजय पटेल कर रहा था इसी दौरान उनके संबंध बन गए संजय पटेल महेबा का पूर्व प्रधान भी है बाद में शादी को लेकर दोनों में तनाव आ गया। इसके चलते तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर घटना को अंजाम दिया है।

पुलिस को गुमराह करने के लिए रची साजिश
लाश की पहचान करना मुश्किल था क्योंकि अलग-अलग बोरों में मिली थी। बोरों में जो ईट लगी थी उसका स्वाइल टेस्ट भी कराया गया कि यह स्वाइल कहां मिलती है। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि एक महिला मिसिंग है। इसकी बाद तहकीकात बढ़ाई गई। मिसिंग पार्ट मिल गए हैं। पहले महिला का गला दबाकर मार दिया गया। पुलिस को गुमराह करने के लिए बाद में शव को टुकड़ों में काटा गया। इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करने पर डीआईजी रेंज ने पुलिस टीम को 50 हजार का ईनाम भी दिया है।