डीजीपी को लिखे पत्र में खोला आरोपों का पिटारा, की जांच की मांग
झांसी। प्रभारी मंत्री बेबी रानी मौर्य के वायरल पत्र के बाद हटाए गए सीपरी बाजार थाना के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक आनंद सिंह के पक्ष में सदर विधायक रवि शर्मा के पत्र के बाद आनंद सिंह के खिलाफ अब राष्ट्रभक्त संगठन ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कार्यवाही नहीं हुई तो वह आंदोलन करेंगे।
रविवार को वेतवा भवन में मीडिया के समक्ष डीजीपी को लिखे पत्र में झांसी में कार्यकाल में आनंद सिंह पर आरोपों का पिटारा खोलते हुए राष्ट्रभक्त संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष अंचल अड़जरिया ने तमाम आरोप लगाए हैं और उनका निलंबन करने, अर्जित की गई आय से अधिक सम्पत्ति पर कार्यवाही किये जाने की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रभक्त संगठन सभी जन प्रतिनिधियों से मिलकर आम जनमानस के हित में कदम उठाने व मुख्यमंत्री के सामने समस्या को रखने की मांग करेगा और कार्यवाही न होने पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक आनंद सिंह का आम जनता के प्रति व्यवहार ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझ पर हमला करने वाले आरोपियों को भी वही संरक्षण दिए थे। उन्होंने कहा कि पूर्व उन्होंने निलंबन करने की मांग उठाई थी लेकिन कार्यवाही ठंडे बस्ते में डाल दी थी लेकिन अभी वर्तमान में प्रभारी मंत्री द्वारा पुलिस मुखिया को थानेदार के खिलाफ कार्यवाही की लिए पत्र लिखा गया तो उन्होंने निलंबन और कार्यवाही न करते हुए तबादला कर दिया गया। उन्होंने कहा कि ऐसे थानेदार का तबादला नहीं बल्कि कार्यवाही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर निरीक्षक आनंद सिंह को निलंबन और विभागीय कार्यवाही नहीं की गई तो वह आंदोलन करेंगे।
गौरतलब है कि प्रभारी मंत्री के झांसी प्रवास के दौरान निरीक्षक आनंद सिंह के खिलाफ बबीना विधायक ने कार्यवाही के लिए कहा था। थाना प्रभारी ने मंत्री के सामने ही दुर्व्यवहार किया था जिस पर मंत्री ने प्रमुख सचिव गृह और पुलिस मुखिया को पत्र लिख कर थाना प्रभारी पर कार्यवाही के लिए लिखा था। वही इस पत्र के वायरल के बाद सदर विधायक पंडित रवि शर्मा का भी एक पत्र जारी हुआ जिसमें सदर विधायक ने निरीक्षक आनंद सिंह को मृदुलभाषी बताते हुए पुलिस मुखिया और प्रमुख सचिव गृह से आग्रह किया कि निरीक्षक आनंद सिंह कानून व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखते हैं, उनका जनता में अच्छा, सामान व्यवहार है, वह मृदुभाषी हैं। इस पत्र के बाद निरीक्षक आनंद सिंह चर्चाओं में आ गए और राजनैतिक गलियारों में इसे थाना प्रभारी को लेकर सत्ता पक्ष के दो विधायकों के बीच खिंचीं तलवारें चर्चाओं में हैं। देखना है कि राष्ट्र भक्त संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष द्वारा की गई शिकायत पर क्या कार्रवाई होती है ?