झांसी। सजातीय युवक से प्रेम विवाह में बाधक बने परिजनों से क्षुब्ध होकर किशोरी ने सोने-चांदी के आभूषणों को उड़ा कर घर छोड़ दिया। प्रेमी के साथ विवाह कर अन्यत्र घर बसाने के लिए झांसी स्टेशन पर आ गयी, किन्तु काफी इंतजार के बाद भी प्रेमी नहीं आया। आरपीएफ ने किशोरी को पकड़ कर रेलवे चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया।
बताया गया है कि आरपीएफ स्टेशन पोस्ट पर तैनात उपनिरीक्षक अमित यादव व प्रशिक्षु उप निरीक्षक जीके भारती को गस्त के दौरान प्लेटफ ॉर्म नंबर 4/5 पर 16 वर्षीय किशोरी घबराई हुई हालत में बैठी मिली। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम पता सुमन (काल्पनिक) निवासी नरसिंहपुर मध्य प्रदेश बताया। उसका कहना था कि वह स्वजातीय युवक से प्यार करती है और उससे शादी करना चाहती है, परंतु उसके परिजन दोनों की शादी में बाधक हैं। इसके कारण वह अपने प्रेमी के साथ कहीं अन्यत्र विवाह कर घर बसाने के लिए भाग निकली। उसका प्रेमी रेलवे स्टेशन झांसी पर आने वाला था, परंतु काफ ी देर तक इंतजार करने के बाद नहीं आया। इसके कारण वह घबरा रही है। इस पर किशोरी को समझा-बुझाकर पोस्ट पर लाया गया और अग्रिम कार्यवाही के लिए रेलवे चाइल्ड लाइन टीम सदस्य रेखा आर्य, श्वेता वर्मा, ललित कुमार के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस दौरान किशोरी ने अपने बैग से स्वे’छा से पीली धातु के दो मंगलसूत्र, एक जोड़ी कडनी, एक हार, चार चूडिय़ां, सफेद धातु की चूडिय़ां निकाल कर दिखायीं। इसके बाद किशोरी को रेलवे लाइन के उक्त सदस्यों की सुपुर्दगी में उप निरीक्षक अमित यादव द्वारा सुपुर्द किया गया।













