• कर्मचारियों ने काम किया बंद, चौक ड्रेनेज सिस्टम बना समस्या
    झांसी। रेलवे वर्कशाप में पिट लाइन डग में वर्षा का पानी भर जाने से कर्मचारियों ने काम करने से हाथ खड़ा कर दिए। काम बंद हो जाने पर सीडब्लूएम व एईएन मौके पर पहुंचे, किन्तु हालत खतरनाक देख कर उन्होंने भी कर्मचारियों के काम करने पर जोर नहीं दिया पर जब डक से पानी खाली कराने की बात आयी तो पता चला कि वर्कशाप का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से चौक पड़ा है और पानी की निकासी कहां से होती है, उससे सम्बन्धित मानचित्र ही गायब है। इतना ही नहीं साफ-सफाई के लिए आवण्टित धनराशि से सम्बन्धित फाइल को वित्त विभाग द्वारा पास ही नहीं किया जा रहा। इस स्थिति के चलते डग से पानी निकालने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में पम्प लगाए गए, किन्तु उससे पूरी तरह से पानी को निकालना असम्भव रहा क्योंकि लगातार वर्षा से डग खाली नहीं होना मुश्किल है।
    आए दिन लगातार या रुक-रुक कर वर्षा से झांसी शहर में जगह-जगह जल भराव की स्थिति है, किन्तु इससे रेलवे वैगन मरम्मत कारखाना भी अछूता नहीं है। वर्कशाप का ड्रेनेज सिस्टम कई वर्ष से पूरी तरह से चौक पड़ा है। इसके पीछे नियमित सफाई नहीं होने के कारण नालियों में सिल्ट भर गयी है। यह स्थिति वर्षा के दिनों में सर्वाधिक समस्या पिट लाइन की डग पर उत्पन्न करती है। हालत यह हैं कि वर्षा का पानी शेड के अंदर व बाहर की नालियों से बहता हुआ पिट लाइन की डग में भर जाता है क्योंकि वर्कशाप का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से चौक है। ऐसे हालत में कर्मचारियों का डग में उतर कर अण्डर बे्रक का काम करना जान जोखिम में डालना है। ऐसी ही स्थिति से आज कर्मचारी दो-चार हो गए। दरअसल, कुछ दिनों की वर्षा का पानी वर्कशाप में बह कर कई पिट लाइन की डग में भर गया। आज प्रात: कई डग पूरी तरह से पानी से लबालब थीं। यह देख कर कर्मचारियों ने काम करने से हाथ खड़े कर दिए।
    कर्मचारियों के काम बंद करने की जानकारी लगने पर मुख्य कारखाना प्रबन्धक प्रात: लगभग दस बजे मौके पर पहुंचे और हालत का जायजा लिया। इस दौरान कर्मचारियों ने वर्कशाप के ड्रेनेज सिस्टम के पूरी तरह से फैल होने की जानकारी दी। इस पर उन्होंने मौके पर ही एईएन को तलब कर लिया। एईएन के पहुंचने पर सीडब्लूएम ने वर्षा के पानी को निकालने पर चर्चा की। इस दौरान पता चला कि वर्कशाप के ड्रेनेज सिस्टम का मानचित्र ही गायब है, यह मानचित्र पिछले वर्ष भी नहीं मिला था। इसके कारण यह पता लगाना मुश्किल है कि वर्कशाप का पानी किस रास्ते से बाहर निकलेगा। कर्मचारियों ने बताया कि लम्बे समय से नालियों आदि की सफाई भी नहीं होने से उनमें सिल्ट जमा हो गयी है। इस पर सीडब्लूएम को बताया गया कि सफाई की धनराशि की फाइल वित्त विभाग में लम्बित है। धनराशि आवण्टित नहीं होने से सफाई नहीं हो पा रही है। सीडब्लूएम द्वारा सम्बन्धित विभाग के अफसर से इस सम्बन्ध में चर्चा की, किन्तु बात नहीं बनी। इस पर उन्होंने डग में भरे पानी की निकासी व उनमें पानी जाने से रोकने की वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
    इस पर डगों के चारों तरफ मिटटी का अवरोध बना दिया गया और पम्प लगा कर डग में भरे पानी की निकासी की व्यवस्था की गयी। इस वैकल्पिक व्यवस्था से डगों में भरा पानी खाली होना शुरू हो गया। कर्मचारियों ने थोड़ा बहुत काम किया, किन्तु जिस हिसाब से काम होना चाहिए था वह नहीं हो सका। सूत्रों का दावा है कि जब तक ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से दुरुस्त नहीं होगा तब तक जल भराव की समस्या का समाधान नहीं हो सकता क्योंकि अभी तो वर्षा कम हुई है, दिन प्रतिदिन लगातार वर्षा होने पर समस्या जस की तस हो जाएगी।