• एनसीआरएमएस के अधिवेशन में कर्मचारियों की समस्याओं पर चर्चा
    झांसी। नार्थ सेन्ट्रल रेलवे मजदूर संगठन के तत्वावधान में कार्यकर्ता सम्मेलन सम्मेलन आरडी शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस दौरान यूनियनों की मान्यता के अगस्त माह में चुनावों पर चर्चा के दौरान मान्यता प्राप्त फेडरेशन/ यूनियनों के आचरण, परिवारवाद, जातिवाद यूनियनों के मात्र एक व्यापारिक उद्योग में कार्य करने से हुए नुकसान की जानकारी दी गयी। बताया गया कि इस मान्यता के चुनाव में आम रेल कर्मचारी के एक-एक वोट से यूनियनों का भविष्य तय होगा।
    इस दौरान मान्यता प्राप्त यूनियनों में प्रमुख पदों पर काबिज रिटायर्ड कर्मचारी व बाहरी व्यक्तियों से रेल कर्मचारियों की मूलभूत सुविधाओं की सुनवायी नहीं होने व शोषण की घटनाओं के लगातार बढऩे पर चिन्ता व्यक्त की गयी। बताया गया कि एनसीआरएमएस के गठन के उद्देश्य मात्र दोनों मान्यता प्राप्त फेडरेशनों /यूनियनों के उपेक्षित कार्यकर्ताओं के लिये एक जमीन तैयार कर २००४ के बाद रेलवे भर्ती कर्मचारियों के लिये पुरानी पेंशन की बहाली के लिये संघर्ष करने के साथ ही आम रेल कर्मचारियों की मूलभूत सुविधाओं को ध्यान केन्द्रित करना है। यह संगठन उनके स्वाभिमान व सम्मान के लिये समर्पित है। मान्यता प्राप्त फेडरेशनों/यूनियनों व इनके द्वारा एनपीएस पर सहमति देना, तेजी से बढ़ रहे निजीकरण का कई जगह शत प्रतिशत पूंजीनिवेश व प्रमुख उद्योगपतियों के साथ समन्वयक करना इत्यादि आदि शामिल है। प्रमुख पदों पर बैठे मान्यता प्राप्त यूनियनों के रिटायर्ड नेताओं को न तो रेल और न ही कर्मचारियों से कोई सरोकार है वह तो व्यापारिक दृष्टि से स्वयं का उद्योग चलाकर आम रेल कर्मचारियों को गर्त में धकेलने का कार्य कर रहे है। मसलन ४०० रूपये का अपनी शर्तों की रेल प्रशासन की मिलीभगत से आजीवन कटौती प्रक्रिय को अंजाम देना, एनपीएस पर सहमति देना व उसमें अंश के रूप में शामिल होना, सातवें वेतन आयोग का १८माह का नुकसान कराया जाना शामिल है। सम्मेलन में अपील की गई कि यह सही समय है कि यूनियनों के परिवर्तन पर भविष्य में होने वाले नुकसान से बचा जा सके व रेल कर्मचारियों के हित की छोटी से छोटी लड़ाई को पूरी ईमानदारी से लड़ा जा सके। नहीं तो आने वाले समय में रिटायर्ड कर्मचारी व बाहरी व्यक्ति पूरी तरह से रेल को उद्योगपतियों के हवाले कर देंगे।
    सम्मेलन में प्रमोद तिवारी, शैलेष तिवारी, अजय मित्तल, एमएस पटेल, उपेन्द्र श्रीवास्तव, केके राठौर, शिशुकांत दुबे, केशव निरंजन, प्रभात मिश्रा, रामकुमार दुबे, मनोज यादव, जितेन्द्र रायकवार, अशोक सिंह, जगदीश नारायण, शिवकुमार दुबे, इमरती देवी, सोनिया वर्मा, उर्मिला, आरती देवी, योगेश तिवारी, राधा यादव, ऊषा गौतम, अमित परिहार, सुरेन्द्र परसरिया, विश्वास शर्मा, अविनाश कुमार पटेल, शैलवेन्द्र सिंह, बलराम सोनी, पीके त्रिवेदी, विशाल सिंह बुन्देला, दीपक, महेश चन्द्र, नितेश वर्मा आदि उपस्थित रहे। संचालन जाकिर हक अंसारी ने एवं महामंत्री एमएस निरंजन ने आभार व्यक्त किया।