- एण्टी करप्शन टीम की कार्यवाही से सनसनी
झांसी। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में बह रही भ्रष्टाचार की गंगा का मामला आज उस समय उजागर हो गया जब एण्टी करप्शन टीम ने गांव में स्कूल की मान्यता देने के एवज में दस हजार रुपए की रिश्वत लेते वरिष्ठ सहायक लिपिक को रंगे हाथों दबोच लिया।
दरअलसल, एंटी करप्शन विभाग में विजय पटेल निवासी ग्राम बगरौनी कस्बा गुरसरांय ने शिकायती पत्र देते हुए बताया कि वह यूनाईटेड टीचर्स एसोसिएशन का जिला संयोजक है तथा मूला देवी मातादीन पटेल हाईस्कूल का प्रबन्धक है। हाईस्कूल को खोलने के लिए प्रशासन योजना पास करवाने वावत जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय झांसी में ११जून व १८ जून २०१९ को प्रार्थना पत्र दिया। ४ जुलाई को एक प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी को दिया, किन्तु प्रशासन योजना पास करने के लिपिक मनीष पाण्डे १० हजार रुपया रिश्वत मांग रहा है। एंटी करप्शन विभाग ने शिकायतकर्ता विजय पटेल से प्रार्थना पत्र लिया और कार्यवाही की तैयारी करते हुए कैमीकल लगे दस हजार रुपया के नोट विजय पटेल को रिश्वत के लिए दिये। उक्त नोट लेकर शिकायतकर्ता शिक्षा विभाग के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पहुंचा। शिकायतकर्ता के पीछे ही एंटी करप्शन टीम में शामिल निरीक्षक प्रेमकुमार, अजय कुमार, एसआईएम मो. इशरार, हेड कांस्टेबल कान्ती कुमार व राजबहादुर भी शिक्षा विभाग पहुंच गये।
जैसे ही शिकायतकर्ता विजय पटेल जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक मनीष पाण्डे निवासी रितु बिहार को रिश्वत के रुपया दिये। वैसे ही एंटी करप्शन टीम ने आरोपी वरिष्ठ सहायक को पकड़ लिया और उससे पाउडर लगे रिश्वत के दस हजार रुपया भी बरामद किये। एंटी करप्सन की टीम ने आरोपी वरिष्ठ सहायक के हाथ धुलवाए तो रंग गए। इस पर उसे हिरासत में लेकर कार्यवाही की। इससे जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के कर्मचारियों व अधिकारियों में खलबली मच गई। एंटी करप्सन टीम आरोपी को पकड़कर नवाबाद थाना ले आई। एंटी करप्शन टीम ने आरोपी वरिष्ठ सहायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए कार्यवाही शुरू कर दी है।