• टीकगमढ़ से हुआ था अपहरण, आरपीएफ की शरण में पहुंचे
    झांसी। मप्र के जिला टीकमगढ़ के ग्राम कारी से दो बालकों को कथित रूप से बेहोश कर स्कार्पियो सवारों ने अपहरण कर लिया। संयोग से दोनों को उस समय होश आ गया जब गाड़ी झांसी में खड़ी थी और अपहरणकर्ता कहीं गए हुए थे। मौका देख दोनों बालक गाड़ी से निकल कर भागे और आरपीएफ की शरण में पहुंच गए। दोनों बालकों के सकुशल मिलने पर उनके परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गयी है।
    आरपीएफ स्टेशन पोस्ट पर तैनात उपनिरीक्षक रविन्द्र सिंह राजावत हमराह आरक्षक देवप्रकाश को सर्कुलेटिंग एरिया में गश्त करते समय गत रात लगभग 20 बजे दो नाबालिग लड़के संदिग्ध अवस्था में रोते हुए उनके पास आए और बोले कि बचालो। पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम व पता हितेश वंशकार (13 वर्ष) पुत्र दिनेश वंशकार व अनिल वंशकार (14 वर्ष) पुत्र सुरेश वंशकार निवासी ग्राम कारी नगर पंचायत कारी कलेक्ट्रेट के पास थाना देहात जिला टीकमगढ़ मप्र बताया। उनका कहना था कि वह दोपहर लगभग एक बजे जब अपने गांव कारी में क्रिकेट खेल कर घर वापस जा रहे थे कि एक स्कॉर्पियो में से एक व्यक्ति ने उनसे झांसी का पता पूछा व बातों ही बातों में प्रसाद खाने को दे दिया। प्रसाद खाने के बाद उन्हें सायं जब होश आया तो स्कॉर्पियो खड़ी थी और वह उसमें अकेले थे। इस पर दोनों तुरंत स्कॉर्पियो से उतरकर भाग कर रेलवे स्टेशन झांसी आ गए।
    बालकों की कहानी सुन कर उन्हें पोस्ट पर लाया गया और बताए गए मोबाइल नम्बर पर उनके पिता से सम्पर्क कर जानकारी दी गयी। इस पर उन्होंने बताया कि वह बालकों के गायब होने से बहुत परेशान हैं और तलाश कर रहे थे, दोनों के गुमशुदगी की सूचना देने पुलिस थाना देहात टीकमगढ़ में आए हैं। उक्त मामले की जानकारी देने पर प्रभारी निरीक्षक के निर्देश पर दोनों को रेलवे चाइल्ड लाइन की सुपुर्दगी में दे दिया गया। इधर, सूचना मिलने पर दोनों लड़कों की मौसी-मौसा व मामा पोस्ट पर पहुंच गए। उन्हें देख कर सभी भाव व्हिल हो गए। इसके बाद उनके सुपुर्दगी की प्रकिया शुरू हो गयी।