- फरार एक अभियुक्त हत्थे चढ़ा, लूट के 2.6 लाख रुपए, मोबाइल फोन बरामद
झांसी। जनपद की शहर कोतवाली अन्तर्गत पीताम्बरा इंक्लेव के फ्लैट नम्बर जी-6 में तीन दिन पूर्व प्रमुख ठेकेदार की हथोड़ा मार की गयी हत्या में शामिल एक आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उससे हत्या कर लूटी गयी लाखों की धनराशि में से 2 लाख 6 हजार रुपए और ओपो कम्पनी का मोबाइल फोन बरामद होने के साथ ही लाखों रुपए के लालच में ठेकेदार की हत्या का खुलासा हो गया है। इस जघन्य काण्ड में फरार पति-पत्नी सहित तीन आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। इनके पकड़े जाने पर फ्लैट नम्बर जी-6 में चल रहे गोरखधन्धे की गुत्थी सुलझने की सम्भावना है।
गौरतलब है कि 17 अगस्त को शहर कोतवाली अन्तर्गत पीताम्बरा इंक्लेव के फ्लैट नम्बर जी-6 में प्रमुख ठेकेदार बलवीर प्रजापति के सर पर पत्थर मार कर हत्या कर दी गयी थी और हत्यारे शव को फ्लैट में बंद कर फरार हो गए थे। इस प्रकरण में पुलिस ने शव को बरामद कर मृतक केपुत्र कपिल प्रजापति निवासी नई बस्ती की तहरीर पर अभय अग्रवाल निवासी टकसाल मानिक चौक थाना कोतवाली, दिनेश सिंह परिहार, पिं्रयका व हंसराज निवासी करईयन मोहल्ला थाना चिरगाँव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। एसएसपी डॉ. ओपी सिंह के अनुसार मामला दर्ज होने के बाद शहर कोतवाल देवेन्द्र द्विवेदी व उप निरीक्षक रविंद्र कुमार त्रिपाठी और प्रमोद कुमार तिवारी ने अपनी टीम के साथ हत्यारोपियों की तलाश शुरू कर दी। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने ग्वालियर रोड पर रेलवे क्रासिंग के पास घेराबंदी कर हत्या काण्ड में नामजद आरोपी अभय अग्रवाल को दबोच लिया और उसकी निशानदेही पर सीपरी बाजार थानान्तर्गत नया गांव में अभय की मित्र पूजा कुशवाहा के निर्माणाधीन मकान से हत्या कर लूटे गए ठेकेदार की धनराशि में से 2 लाख 6 हजार रुपए और ओपो कम्पनी का मोबाइल फोन बरामद कर लिया।
एसएसपी ने बताया कि मृतक ठेकेदार बलवीर की काफी समय पहले प्रियंका से मुलाकात हुई थी। इसके बाद बलवीर और प्रियंका के बीच सम्बंध हो गये। जिसको लेकर प्रियंका का अपने पति हंसराज से विवाद होता था। इसके कारण बलवीर ने प्रियंका को पीताम्बरा इंक्लेव में खरीदे गये फ्लैट में रख दिया। इसके अलावा बलवीर ने फ्लैट में महिला के साथ-साथ अभय अग्रवाल को भी देखरेख के लिए दूसरा बैडरूम दे दिया। जब इसकी जानकारी हंसराज को हुई तो वह भी अपनी पत्नी प्रियंका के पास पहुंच गया। वहां जब उसे पता चला कि जिस ठेकेदार का फ्लैट है वह काफी मालदार आसामी है तो वह शांत हो गया और ठेकेदार को दतिया ले जाकर फिरौती के रूप में लाखों रुपए वसूलने की योजना बनाली, किन्तु इसी बीच 17 अगस्त को मृतक उक्त खरीदे गये फ्लैट की रजिस्ट्री के लिए लगभग 17 लाख रुपए लेकर पीताम्बरा इंक्लेव पहुंच गया।
शिकार को लाखों रुपए सहित फ्लैट में आया देख कर पति-पत्नी ने रणनीति को बदल दिया और उन्होंने अभय अग्रवाल के साथ मिल कर फ्लैट में ही उसे ठिकाने लगा कर माल लूटने की योजना बना ली। इसी दौरान जब बलबीर लेटा था तभी तीनों ने मिल कर उसके सर पर हथौड़ा से बार कर हत्या कर दी। इसके बाद मृतक के 16 लाख रुपए लूट लिए। इस रकम में से 2 लाख 50 हजार रुपए अभय अग्रवाल को देकर पति-पत्नी ठेकेदार की लाश को फ्लैट में बंद कर भाग गये। अभय अग्रवाल ने लूट की धनराशि मेंं चबालिस हजार रुपए से ओपो मोबाइल फोन खरीद लिया था। एसएसपी ने बताया कि इस प्रकरण में फरार अन्य अभियुक्तों की तलाश में छापे मारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि वांछितों के पकड़े जाने के बाद यह रहस्योदघाटन हो सकेगा कि ठेकेदार के उक्त फ्लैट में कौन सा गोरखधन्धा चल रहा था। इस प्रकरण मेें दिनेश परिहार का कितना और क्या रोल है।