झांसी। हाई प्रोफाईल मीना सोनी काण्ड में सहयोगी के रूप में पकड़े गए ड्राइवर योगेश गुप्ता निवासी बिसातखाना कोतवाली को पुलिस ने न्यायालय से तीन दिन की रिमाण्ड पर ले लिया है। पुलिस टीम मीना सोनी अपहरण/ हत्या से सम्बन्धित साक्ष्य जुटाने के लिए आरोपी को लेकर बताए गए स्थलों के लिए रवाना हो गयी है। इस प्रकरण में एक अधिवक्ता की भूमिका भी पुलिस की जांच के दायरे में है।
गौरतलब है कि ललितपुर जिले के तालबेहट थानान्तर्गत सर्राफा बाजार निवासी मीना सोनी के परिजनों ने 5 मई को झांसी के नवाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी थी। इसमें मीना का हत्या के उद्देश्य से अपहरण का प्रकरण दर्ज कराया गया था। पुलिस ने धारा 364/120 बी के तहत पंजीकृत करते हुए छानबीन की थी। इस प्रकरण में पुलिस टीम द्वारा नामजद व्यापारी संजय वर्मा के वाहन चालक योगेश गुप्ता को गत दिवस पकड़ कर एसे एक मोबाइल फोन बरामद कर लिया था। एसएसपी ने खुलासा किया था कि योगेश के अनुसार मीना के संजय वर्मा से शारीरिक सम्बन्ध थे और उससे पीछा छुड़ाने के लिए उसे रास्ते से हटाने की योजना बनायी। योजना के अनुसार संजय वर्मा ने ड्राईवर की मदद से अपनी गाड़ी की नम्बर प्लेट बदली और फिर मीना वर्मा को दिल्ली ले गये। दिल्ली में अपोलो हास्पिटल के पीछे ग्रीन पैलेस होटल में फर्जी दस्तावेज बनाकर और नाम बदल कर दोनों ठहरे। 25 मई को संजय वर्मा मीना को लेकर कहीं चले गये और शाम को वापस अकेले आये। 26 मई को होटल से चेकआउट कर झांसी के लिए निकल पड़े। दिल्ली से लगभग 10 किलोमीटर चलने के बाद संजय वर्मा ने मीना का दुपट्टा निकालकर झाडिय़ों में छिपा दिया। जब पूछतांछ की गई तो संजय वर्मा ने बताया कि जब मीना ही नहीं रही तो यह दुपट्टा हम लोंगों का फंदा बन जायेगा। इसके साथ ही भ्रमित करने के लिए मोबाइल का मदद लिया। इस खुलासे के बाद पुलिस को मीना की लाश के साथ-साथ उससे जुड़े उन सबूतों की तलाश है जिससे केस में नामजद आरोपियों को सजा मिल सके। इसके लिए पुलिस द्वारा पकड़े गए सह आरोपी चालक को न्यायालय में प्रस्तुत कर रिमाण्ड मांगी। न्यायालय ने चालक को तीन दिन की रिमाण्ड पर दे दिया। इसके बाद पुलिस टीम चालक को लेकर दिल्ली रवाना हो गयी है ताकि उसके द्वारा बताए गए होटल आदि स्थानों पर जाकर साक्ष्य एकत्रित कर सके। एसएसपी का कहना है कि इस प्रकरण में एक अधिवक्ता की भूमिका भी संदेह के दायरे में है, जांच जारी है।