• मोबाइल फोन पर लगातार किए वाटसएप, चार और हत्थे चढ़े
    झांसी। प्रमुख कारोबारी संजय वर्मा से जुड़े बहुचर्चित मीना सोनी काण्ड में पुलिस ने आज और एक खुलासा करते हुए यह बताया कि इनोवा गाड़ी में नशे की हालत में मीना सोनी की तबियत बिगड़ जाने पर उसे पकड़े गए आरोपियों ने जहर को दवा बता कर पिला दिया था, जिससे उसकी मौत हो गयी और फिर उन्होंने लाश को कालपी नदी में फेंक दिया। लाश की पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है।
    वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. ओपी सिंह के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक नगर श्री प्रकाश द्विवेदी एवं क्षेत्राधिकारी नगर अभिषेक कुमार राहुल के पर्यवेक्षण में वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाए जा रहे अभियान के तहत थाना नवाबाद, स्वाट व सर्विलांस की संयुक्त टीम द्वारा चर्चित मीना सोनी अपहरण सहित हत्या में संलिप्त चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। इस प्रकरण में थाना नवाबाद में श्यामलता सोनी निवासी तालबेहट द्वारा 5 मई को अपनी पुत्री मीना सोनी के अपहरण का मुकदमा संजय वर्मा निवासी कानपुर रोड के खिलाफ दर्ज कराया था। इस प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए दिशा-निर्देश के तहत पुलिस टीमों को लगाया गया था। इसी क्रम में 19 सितंबर को बैंकर्स कॉलोनी डांडिया पुरा में छापा मार कर प्रकाश में आए घटना में संलिप्त अभियुक्त सर्वेश कुमार राय पुत्र मिथिलेश कुमार राय को उसके साथी जितेंद्र राय पुत्र मुरलीधर राय निवासी शिव परिवार कॉलोनी झांसी, नरेंद्र पुत्र कृपाराम निवासी राजेंद्र नगर उरई, जयनारायण लिटोरिया पुत्र महादेव प्रसाद निवासी काशीराम कॉलोनी सीपरी बाजार झाँसी को दबोच लिया।
    एससपी के अनुसार अभियुक्त सर्वेश राय ने मीना सोनी के अपहरण सहित हत्या में संलिप्त होना स्वीकार कर लिया है। उसने बताया कि संजय वर्मा ने मीना सोनी को मार कर लाश को ठिकाने लगाने के लिए अपने दो-तीन साथियों के साथ उसे दिल्ली बुलाया था। इस पर जितेन्द्र राय जिसके पास इनोवा गाड़ी थी एवं नरेन्द्र राय व जय नारायन लिटौरिया को लेकर वह 25 मार्च 2019 को दिल्ली गए। सभी दिल्ली के पहाडग़ंज में एक होटल में रुके थे और अगले दिन 26 मार्च को रात्रि करीब 9 बजे संजय वर्मा अपने साथ मीना सोनी को नशे की हालत में लेकर अपोलो हास्पिटल के पीछे वाइन शॉप के पास आया। उसने मीना को सौंपते हुए ठिकाने लगाने को कहा। इसके बाद सभी लोग मीना को लेकर दिल्ली से निकले, किन्तु रास्ते में उसकी तबियत बिगड़ गयी। इस पर उन्होंने योजना के अनुसार पहले से साथ में रखे जहर को दवा बता कर पिला दिया जिससे उसकी मौत हो गयी। उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए वह यमुना एक्सप्रेस वे से आगरा औरया होते हुए कलपी में यमना नदी के पुल पर पहुंचे। उन्होंने सुबह करीब 3.30 बजे लाश को यमुना नदी में फेक दिया था और मीना सोनी के मोबाइल फोन को अपने साथ लेकर वापस झांसी आ गए थे। मीना सोनी को जिन्दा दिखाने के लिए उसके मोबाइल पर व्हाट्सअप मैसेज करता रहा। जब उसे पता चला कि मीना सोनी के बारे में मुकदमा लिखा गया है तो उसने मोबाइल फोन को नोटघाट के पुल से फेंक दिया था।
    एसएसपी ने बताया कि साक्ष्य संकलन के आधार पर मुअसं 229/19 धारा 364/120 बी भा0द0वि0 थाना नवाबाद उपरोक्त में धारा 419, 420, 467, 468, 471, 302, 201, 404, 328 भादवि की बढ़ोतरी कर कार्यंवाही की जा रही है। पुलिस ने घटना में प्रयक्तु सफेद इनोवा कार को कब्जा में ले लिया है। इस मामले में फिलहाल संजय वर्मा हाईकोर्ट से स्टे आडर पर है। एस.एस.पी ने बताया कि स्टेब्रैक्टि कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है और जल्दी ही संजय वर्मा की गिरफतारी की जायेगी।