• औचक निरीक्षण से खुल रही चिकित्सालयों की पोल
    झांसी। जनपद के प्राइवेट अस्पतालों के निरीक्षण में उजागर हो रहा है कि उनमें सब कुछ ठीकठाक नहीं है। सवाल उठता है कि जब अधिकांश अस्पताल ही बीमार हैं तो कैसे रोगी स्वस्थ्य होंगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा आज 6 प्राइवेट चिकित्सालयों में डेंगू का लार्वा जांच की गयी। आश्चर्यजनक रूप से इनमें से तीन अस्पतालों में डेंगू का लार्वा पाया गया। इनके प्रबन्धकों को नोटिस जारी कर दिया गया है। इसके पूर्व झांसी के क्रिश्चियन अस्पताल व जर्मनी अस्पताल में भी डेंगू का लार्वा पाया जा चुका है।
    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील प्रकाश के निर्देशों पर संचारी रोग नोडल अधिकारी डॉ राज किशोर के नेतृत्व में टीम द्वारा कनकने हॉस्पिटल, बुंदेलखंड फर्टिलिटी सेंटर, कृष्णा पैथलोजी, भगवान महावीर आरोग्य होम्योपैथिक चिकित्सालय, दिव्य ज्योति हॉस्पिटल, नीता हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें से 3 अस्पतालों में डेंगू का लार्वा पाया गया। जिन अस्पतालों में डेंगू का लार्वा पाया गया उनमें बुंदेलखंड फर्टिलिटी सेंटर, भगवान महावीर आरोग्य होम्योपैथिक चिकित्सालय व नीता हॉस्पिटल शामिल है। इनके प्रबन्धकों को नोटिस दिया गया। निरीक्षण करने वाली टीम में मलेरिया इंस्पेक्टर रवीन्द्र, एसआई आरके जैन और कीट संग्रहकर्ता छोटेलाल आदि शामिल थे।
    संचारी रोग नोडल अधिकारी ने बताया कि पिछले सप्ताह मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने निर्देश दिया था कि सभी अस्पतालों में डेंगू के लार्वे की जांच की जाए व सभी नर्सिंग होम, होटल, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के संचालकों से अपील की थी कि वह अपने यहां चल रहे कूलर को समय पर साफ करे और किसी जगह पानी न इक_ा होने दे। इसी क?ी में आज जनपद के 6 अस्पतालों को निरीक्षण किया गया जिसमें से 3 अस्पतालों में लार्वा पाया गया। इनके प्रबन्धकों को नोटिस दे दिया गया है।
    जिला मलेरिया अधिकारी आरके गुप्ता ने बताया कि यह समय डेंगू के लिए सबसे उत्तम समय है। इस मौसम में डेंगू ज्यादा फैलता है इसीलिए सावधानी रखना बहुत जरूरी है। पिछले वर्ष जनपद में 288 डेंगू के मरीज मिले थे और इस वर्ष अभी तक नौ मरीज मिल चुके हैं।