• डीआरएम से मिले राष्ट्रीय सफाई आयोग के सदस्य, सात दिन का अल्टीमेटम
  • सहायक श्रमायुक्त के समक्ष दोनों पक्षों में वार्ता हुई, पन्द्रह दिन का समय मिला
    झांसी। उमरे के झांसी स्टेशन पर वेतन विसंगतियों व सर्विस रूल को लेकर प्राइम क्लिनिंग सर्विस कम्पनी व सफाई कर्मियों के विवाद में आज नया मोड़ आ गया जब राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य गंगाराम गोसरे पीडि़त कर्मचारियों को लेकर मण्डल रेल प्रबन्धक से मिले और सात दिन में समस्या का समाधान करने का अल्टीमेटम दे दिया। इधर, सहायक श्रमायुक्त केन्द्रीय ने दोनों पक्षों से वार्ता कर समस्या को सुना। इस दौरान दोनों पक्षों में पन्द्रह दिन में सरकार द्वारा निर्धारित पारिश्रमिक व सर्विस रूल के अनुसार काम की व्यवस्था पर सहमति बन गयी।
    गौरतलब है कि झांसी स्टेशन पर मैकेनिकल क्लीनिंग का ठेका लिए प्राइम क्लिनिंग सर्विस कम्पनी में कार्यरत सफाई कर्मियों ने सर्विस रूल व वेतन विसंगतियों में सुधार एवं उत्पीडऩ रोकने को लेकर प्रदर्शन कर रेल अधिकारियों व सहायक श्रमायुक्त केन्द्रीय को सात सूत्री ज्ञापन दिया था। इस मामले में जहां रेल अधिकारियों ने कम्पनी को मामले को सुलझाने की चेतावनी दी थी वहीं सहायक श्रमायुक्त ने शिकायतों पर जांच के लिए दोनों पक्षों को 29 नवम्बर (आज) तलब किया था। आज दोनों पक्षों के बयान दर्ज होने के पूर्व राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य गंगाराम गोसरे पीडि़तों के साथ मण्डल रेल प्रबन्धक से मिले। उन्होंने सफाई कर्मियों के साथ किए जा रहे अन्याय व उत्पीडऩ पर रोक लगाने, नियमानुसार पारिश्रमिक व सर्विस रूल के अनुसार काम कराने पर जोर देते हुए सात दिन का अल्टीमेटम दिया। इस दौरान मण्डल रेल प्रबन्धक ने समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया।
    इसके बाद पीडि़त कर्मचारियों ने सहायक श्रमायुक्त के समक्ष उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा जबकि कम्पनी के प्रतिनिधि के रूप में मैनेजर विनोद गौतम व रेलवे की ओर से सीएचआई पीके जैन, सीसीआईए आशीष मिश्रा पहुंचे। कई घण्टे चली वार्ता के दौरान कर्मचारियों को सरकार द्वारा निर्धारित पारिश्रमिक सहित अन्य सुविधाएं देने व हाजरी हेतु इस तरह की वायो मैट्रिक मशीन लगाने के निर्देश दिए गए जिससे श्रमिक को भी उसकी हाजरी का पता लग सके। इस दौरान कम्पनी के प्रतिनिधि द्वारा समस्या के समाधान हेतु मांगे गए पन्द्रह दिन के समय पर सहमति बन गयी। इस पर सात जनवरी की तारीख दोनों पक्षों को हाजिर होने की दे दी गयी। कर्मचारियों ने बताया कि इस वार्ता से उनकी समस्याओं के समाधान का मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने इस पर खुशी जाहिर की।