झांसी। मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय सभागार में उपन्यासकार पद्मभूषण बाबू वृंदावनलाल वर्मा की जयंती मनायी गयी। समारोह में मण्डल रेल प्रबन्ध संदीप माथुर ने बाबू वृन्दावन लाल वर्मा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि डॉ. वर्मा ने अपने लेखन के माध्यम से समाज को जो कुछ दिया है उसी को दृष्टिगत रखते हुए भारत सरकार ने उन्हें 1965 में पद्मभूषण की उपाधि से सम्मानित किया और 1967 में उनकी स्मृति में एक डाक टिकट भी जारी किया। उनकी सभी उपलब्धियां झांसी की धरोहर हैं। वर्मा जी जैसे महान व्यक्ति के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की सराहना के अलावा उनके द्वारा अपनाए गए सिद्धातों, विचारों पर अमल करना ही उनके प्रति सच्चा स मान व कृतज्ञता होगी।
इस दौरान अपर मंडल रेल प्रबंधक/अपर मु य राजभाषा अधिकारी अमित सेंगर ने भी डॉ. वर्मा की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि वक्ता डॉ. अनिल अविश्रांत ने बताया कि वर्मा जी ने अपने साहित्य में यर्थाथ का चित्रण तो किया ही साथ ही साथ इनके द्वारा लिखित उपन्यास ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर मूल रूप से लिखे गए थे। उन्होंने अपने साहित्य में जन जागरूकता का संदेश दिया है। अतिथि वक्ता डॉ. नीति शास्त्री ने बताया कि वर्मा जी ने अपने उपन्यासों में प्रकृति के सौंदर्य एवं नारी सशक्तीकरण का चित्रण अत्यंत कौशलता पूर्वक किया है। उन्होंने नारी शोषण, सामाजिक कुरीतियों व अव्यवस्थाओं पर अपनी लेखनी चलाई। विशेष रूप से आमंत्रित डॉ. वर्मा के पौत्र लक्ष्मीकांत वर्मा ने बाबू जी के साथ बिताए ल हों व उनके जीवन से जुड़े प्रेरित एवं रोमांचित करने वाले संस्मरणों को सुनाया। प्रारम्भ में राजभाषा अधिकारी मनमोहन भटनागर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बाबू वृंदावन लाल वर्मा की जयंती मनाने एवं उनके उपन्यासों पर प्रकाश डाला।
संगोष्ठी में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आभा जैन, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर करूणेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल इंजी. राजेश कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी उल्लास कुमार, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर निर्मोद कुमार, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर/कर्षण वितरण रजत कुमार सिंह, मंडल विद्युत इंजी./परि. योगेश कुमार सिंह, वरि.म.वि.इंजी./सा. भीमराज धन्ना, डी.एन.एच.एम. गिरीश कंचन, मंडल सुरक्षा आयुक्त उमाकांत तिवारी, मंडल वित्त प्रबंधक राजेन्द्र कुमार, मंडल परिचालन प्रबंधक नीरज भटनागर, सहायक मंडल संरक्षा अधिकारी डी.के गुप्ता, सहायक मंडल सामग्री प्रबंधक एस.पी. शाक्या, मंडल जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह, सहायक मंडल यांत्रिक इंजीनियर एस.के. शर्मा, डॉ. डी.बी. त्रिपाठी, मधुर वर्मा, राजभाषा विभाग के कनिष्ठ अनुवादक श्रीकांत शर्मा व राजेश त्रिपाठी सहित पर्यवेक्षक व कर्मचारीगण आदि उपस्थित रहे। अंत में ागवान दास वरिष्ठ अनुवादक ने आभार व्यक्त किया।