- मोदी के बुन्देली के वशीकरण मंत्र से अभिभूत हुआ जन सेलाव
बुन्देलखण्ड (चित्रकूट)। चित्रकूट में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली बार बुन्देलखण्डी में बोल कर लोगों को आश्चर्य चकित कर दिया। समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने बुन्देली बोलते हुए कहा कि – चित्रकूट में राम जी अपने भाई लखन और सिया जू के साथ इतई निवास करत हैं। जासै हम मर्यादा पुरुषोत्तम राम की तपोस्थली में आप सभई को अभिनंदन करत हैं। उन्होंने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को बुन्देलखण्ड के लिए लाभकारी और विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बुन्देलखण्ड के जनजीवन को बदलने का काम करेगा। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। देश के किसानों की आय भी बढेगी। किसान अब फसल भी बोएगा और मोलभाव कर फसल भी बेचेगा। एक्सप्रेस वे बनने के बाद बुन्देलखंड विकास की दौड़ में शामिल हो जायेगा।
उन्होंने बताया कि बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे से यूपी डिफेंस कॉरिडोर को भी गति मिलने वाली है। चित्रकूट में जो नए एफपीओ की शुरुआत हुई है, उसके पीछे भी यही भावना है। सरकार ने ये भी तय किया है कि आदिवासी क्षेत्रों और चित्रकूट जैसे देश के 100 से अधिक आकांक्षी जिलों में एफपीओएस को अधिक प्रोत्साहन दिया जाए, हर ब्लॉक में कम से कम एक एफपीओएस का गठन जरूर किया जाए। आदिवासी क्षेत्रों की वन उपज में वैल्यू एडिशन को इससे बल मिलेगा और अधिक से अधिक बहनें इन संगठनों से जुड़ें ये भी प्रयास किया जा रहा है। बुंदेलखंड सहित पूरे भारत को जिस एक और अभियान का व्यापक लाभ मिलने वाला है, वो है जल जीवन मिशन। अब देश का एक-एक जन भारत को जलयुक्त और सूखा मुक्त करने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। आने वाले पांच वर्ष में देश के लगभग 15 करोड़ परिवारों तक शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने के संकल्प के लिए काम तेजी से शुरू हो चुका है। इसमें भी प्राथमिकता आकांक्षी जिलों को दी जा रही है। बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे हो, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे हो या फिर प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेस-वे यूपी में कनेक्टिविटी तो बढ़ाएंगे ही, रोजगार के भी अनेक अवसर तैयार करने वाले हैं। पहले एक्सप्रेस-वे महानगरों में देखने को मिलते थे, अब छोटे शहरों के लोग भी आधुनिक एक्सप्रेसवे का लाभ उठा पाएंगे।
उन्होंने बताया कि इस साल के बजट में यूपी डिफेंस कॉरिडोर के लिए 3700 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। एक समय में ये क्षेत्र भारत की आजादी के क्रांतिवीरों को पैदा करता रहा है, आने वाले वर्षों में ये भारत को युद्ध के साजो समान से आत्म निर्भर बनाने वाले क्षेत्र की वजह से भी जाना जाएगा। उनका कहना था कि भारत रत्न राष्ट्र ऋषि नानाजी देशमुख ने यहीं से भारत को स्वावलंबन के रास्ते पर ले जाने का व्यापक प्रयास शुरू किया था। दो दिन पहले ही नाना जी को उनकी पुण्यतिथि पर देश ने याद किया है। समारोह स्थल पर जुटी अपार भीड़ को देख कर प्रधानमंत्री ने बताया कि गोस्वामी तुलसीदास ने कहा है कि चित्रकूट के घाट पर हुई संतन की भीड़। आज आपको देखकर आपके इस सेवक को कुछ.कुछ ऐसी ही अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट सिर्फ एक स्थान नहीं है, बल्कि भारत के पुरातन समाज जीवन की संकल्प स्थली और तप स्थली भी है। इस धरती ने भारतीयों में मर्यादा के नए संस्कार गड़े हैं। प्रभु श्रीराम आदिवासियों से, वन्य प्रदेश में रहने वालों से कैसे प्रभावित हुए थे इसकी कथाएं अनंत हैं।
उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड को विकास के एक्सप्रेस वे पर ले जाने वाला बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे इस क्षेत्र के जन जीवन को बदलने वाला सिद्ध होगा। करीब 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला ये एक्सप्रेस वे यहां रोजगार के कई अवसर लाएगा। यहां देश के किसानों की आय बढ़ाने के लिए किसानों को सशक्त करने के लिए 10 हजार एफपीओ यानि किसान उत्पादक संगठन बनाने की योजना भी लॉन्च की गई है। किसान अब तक उत्पादक तो था ही, अब वो एफपीओ के माध्यम से व्यापार भी करेगा। अब किसान फसल भी बोएगा और कुशल व्यापारी की तरह मोल-भाव करके अपनी उपज का सही दाम भी प्राप्त करेगा। उन्होंने बताया कि हमारे देश में किसानों से जुड़ी जो नीतियां थीं, उन्हें हमारी सरकार ने निरंतर नई दिशा दी है। उन्हें किसानों की आय से जोड़ा है। सरकार द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसान की लागत घटे, उत्पादकता बढ़े और उपज के उचित दाम मिलें। बीते 5 वर्षों में बीज से बाजार तक अनेक फैसले लिए गए हैं। एमएसपी को डेढ़ गुना करना हो, सॉयल हेल्थ कार्ड हो, यूरिया की 100 प्रतिशत नीम कोटिंग हो, दशकों से अधूरी सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करना हो। किसानों की आय बढ़ाने की अहम यात्रा का आज भी एक अहम पड़ाव है।