झांसी। लॉकडाउन की विषम परिस्थितियों में भी खाद्य सामग्री एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को सामान्य रूप से देश के कोने कोने तक पहुंचाने का जिम्मा रेलवे द्वारा उठाया गया है । रेल पथ के संरक्षा प्रहरी (ट्रैकमैन) ट्रैक की संरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए लगातार कार्य कर रहे हैं ताकि मालगाड़ियां अपने गंतव्य तक सुरक्षित पहुंच सकें एवं लोगों को समय पर आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा सके।
ट्रैकमैन भीषण गर्मी हो चाहे कड़ाके की सर्दी हर मौसम में ट्रैक की पेट्रोलिंग करते हुए हर बोल्ट, हर जॉइंट का बड़ी सावधानी एवं गहनता से अपने कार्य को अंजाम देते हैं। भारी टूल्स को अपने साथ लेकर प्रतिदिन कई किमी का सफर तय करते हैं। भारतीय रेलवे के ये कर्मवीर इस संघर्षशील समय में अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर अपने कर्तव्यों को निभा रहे हैं । इनकी तत्परता और लगनता से किए जा रहे रेलवे ट्रैक के संरक्षा कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर द्वारा भी अधिकारियों को रेलपथ की संरक्षा एवं ट्रैकमेनों की सुरक्षा संबंधी आवश्यक दिशा निर्देश लगातार दिए जा रहे हैं ।
ट्रैक पर कार्य करते समय कोविड-19 के संक्रमण से बचाने के लिए ट्रैकमेनों को सैनिटाइजर, मास्क, हैंडवॉश एवं गमछा भी उपलब्ध कराए गए हैं। सभी लोग एक दूसरे से निश्चित दूरी बनाते हुए काम कर रहे हैं। ट्रैकमैन का काम मुख्यतः शारीरिक श्रम का होता है एवं इन विषम परिस्थितियों में भी ये लोग देशहित में कार्य करते हुए रेलवे ट्रैक को ग्रीष्म ऋतु के अनुरूप मापदंडों के अनुसार दुरुस्त करने में नियमित रूप से जुटे हुए हैं।
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