झांसी। COVID-19 के मद्देनजर, उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल में कैरिज एन्ड वैगन विभाग द्वारा एक इनोवेटिव वॉश बेसिन विकसित किया गया है, जिसमें वाटर टैप एवं सोप डिस्पेंसर बिना स्पर्श के यंत्रवत् संचालित होते हैं । जैसा कि डॉक्टरों द्वारा सुझाया गया है कि बार-बार हाथ धोना COVID-19 के प्रसार को रोकने में सहायक है । परंतु कार्यस्थलों पर मौजूद हाथ धोने की व्यवस्था जहां बड़ी संख्या में लोग काम करते हैं, वायरस के संचरण के लिए एक संभावित खतरा है। इसका मुकाबला करने के लिए, एक नई पद्धति को मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर के निर्देशानुसार तैयार किया गया है। हैंड्स फ्री हैंड सैनिटाइजिंग व्यवस्था वाटर टैप और सोप डिस्पेंसर को बिना भौतिक रूप से छुए हाथों को साफ करने में मदद करती है, जिससे यह आम जगहों पर उपयोग के लिए सुरक्षित है। लॉकडाउन के बावजूद मंडल के सबसे व्यस्त कार्यस्थलों क्रू लॉबी, कोच मेंटेनेन्स वर्कशॉप एवं कंट्रोल आफिस इन 3 स्थानों पर यह व्यवस्था वर्तमान में स्थापित की गई है ।
100 लीटर की क्षमता वाली पानी की एक टंकी को वॉश बेसिन के साथ एक स्टैंड पर रखा गया है। वाटर टैप और सोप डिस्पेंसर दोनों यंत्रवत् स्टैंड के निचले हिस्से में लगाए गए पेडल्स से जुड़े हुए हैं। टैप एवं डिस्पेंसर दोनों को स्वतंत्र रूप से पैडल दबाकर संचालित किया जा सकता है। पैडल से पैर हटाते ही पानी और सोप की आपूर्ति स्वतः बंद हो जाएगी । इस प्रकार यह प्रणाली पानी को बचाने में भी मदद करेगी क्योकि देखा गया है कि सामान्य हाथ से संचालित वॉश बेसिन में साबुन लगाते समय काफी पानी बर्बाद होता है ।