झांसी। आखिरकार सिद्दत के साथ की गई सभी की मेहनत “हम होंगे कामयाब…” को चरितार्थ कर ही गयी। रेड जोन की तरफ हर दिन बढ़ रहे कदम कोरोना वारियर्स के हौंसले के बूते थम गए। अब हौसलों की उड़ान ग्रीन जोन की सुबह की ओर पंख पसारे है क्योंकि कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या जिले में शून्य हो चली है। जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव तो आ ही चुकी है, अधिकांश को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। बकाया जिनकी रिपोर्ट भी नेगेटिव आ गई है, वह भी शीघ्र अपने आशियाने में वापस परिजनों के साथ खुशियां बिखेरेंगे। गौरतलब है कि जिले में अलग-अलग दिनों में कुल 30 मरीज कोरोना संक्रमित पता चले थे। इनमें जो 4 मरीज पहले से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे की मौत हो गई थी। हालांकि यह सुखद रहा कि बाकी 26 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है। इस हिसाब से जनपद में अब एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं है। इसे जिले के लिए अच्छा संकेत कहा जाएगा कि ओरछागेट की जो महिला पहली संक्रमित थी वह पहले ठीक होकर घर चली गई थी।
गौरतलब है कि सबसे पहले ओरछा गेट, गरौठा का जलालपुरा, कोतवाली क्षेत्र का बिसात खाना, सीपरी बाजार इलाके का दीनदयाल नगर, बीएचईएल का सिमरावारी हॉटस्पॉट घोषित किया गया था। इनमें अब कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं है। सूत्रों के मुताबिक झांसी जनपद कोरोना वायरस संक्रमण से लगभग मुक्त हो चुका है। इसके साथ ही हाटस्पाट का दायरा भी कम किया जा रहा है। वह दिन दूर नहीं जब जिन इलाकों में सन्नाटा था वहां पहले की तरह चहल-पहल होगी। भगवान न करे ग्रीन जोन की तरफ बढ़ती झांसी को किसी की नजर लगे। अंतिम संक्रमित मरीज ठीक होने के 21 दिनों के अंतराल तक यदि कोई भी मरीज नहीं मिलता है तो झांसी को ग्रीन जोन में शामिल कर लिया जाएगा।