झांसी। हिन्द मजदूर सभा एवं एआईआरएफ के आवाह्न पर नॉर्थ सेंट्रल रेलवे मैंस यूनियन ने सरकार की श्रमिक विरोधी एवं दमनकारी नीतियों के विरोध में मंडल सचिव आर एन यादव के नेतृत्व में एक दिवसीय भूख हड़ताल की। आंदोलन को सम्बोधित करते हुए आर एन यादव ने कहा कि जिस तरह से सरकार ने श्रम कानूनों को खत्म कर मजदूरों के हितों पर कुठाराघात किया है, मजदूरी समय बढ़ाकर 12 घंटे का कर दिया, श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा समाप्त कर दी गई है अब कभी भी किसी को भी बिना किसी गलती के नौकरी से निकाला जा सकता है, इस प्रकार श्रमिक हितों के 44 कानूनों में 41 कानून समाप्त कर श्रमिकों को बंधुआ मजदूरी वाले युग में पहुंचा दिया, सरकार को इसका नतीजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जब अधिकांश देशवासी अपने अपने घरों में सुरक्षित बैठे थे तब भी हम रेल कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर मालगाड़ियों के द्वारा जरूरी वस्तुओं को लोगों तक पहुंचाने का काम कर रहे थे। बदले में मिला क्या? डेढ़ वर्ष तक के लिये मंहगाई भत्ते पर रोक,हमने 12 महीने तक अपने एक दिन का वेतन महामारी से निपटने के लिये सहयोग के रूप में सहर्ष देना स्वीकार किया, इसके अतिरिक्त अपनी अपनी क्षमताओं के अनुसार भी लोगों ने सहयोग किया इसके बावजूद भी तानाशाही तरीके से डेढ़ वर्ष का मंहगाई भत्ता रोक कर रेल कर्मचारियों का उत्पीड़न ही किया है।अन्य वक्ताओं ने कहा कि जिस प्रकार से अंधाधुंध तरीके से सरकार उद्यमों का निजीकरण एवं निगमीकरण कर रही है वह भी न सिर्फ कर्मचारियों के अपितु देश के एवं जनता के हितों में भी नहीं है। निजीकरण से सिर्फ पूंजीवाद को ही बढ़ावा मिलेगा, और मजदूरों का शोषण बढ़ेगा। संकट के समय जब सभी निजी प्रतिष्ठान बंद थे यहां तक कि अपनी जान बचाने को निजी अस्पताल तक बंद थे ऐसे में सरकारी कर्मचारी ही मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी कर रहे थे और देश को तथा जनता की सुरक्षा के लिये जा जोखिम में डालकर नौकरी कर रहे थे। हड़ताल में मंडल अध्यक्ष एच एस चौहान, मनोज जाट, अशोक त्रिपाठी, नीरज उपाध्याय, राम नरेश यादव, पी के स्याल, आईलिन लाल इत्यादि मंडलीय पदाधिकारी उपस्थित रहे, इसके अतिरिक्त शाखा नंबर 1 में भावेश सिंह, शाखा नं 2 में सुनील पाल, शाखा 3 में एम पी द्विवेदी, शाखा 4 में मनोज बघेल, लोको रनिंग में अमर सिंह, डीजल एवं एसी लोको शाखा में डी के खरे, ईएमएस 1 में अजय शर्मा, ईएमएस 2 में जगत पाल सिंह के नेतृत्व में एनसीआरएमयू के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर रहे।

इसी प्रकार एनसीआरईएस महामंत्री आर पी सिंह के आवाहन पर सरकार के सभी मजदूर विरोधी फैसलों के विरोध काला फीता लगाकर एवं सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाकर संगठन की सभी शाखाओं में विरोध प्रदर्शन किया गया। मुख्य शाखा झांसी के द्वारा मंडल सचिव वी जी गौतम के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए बताया कि केन्द्रीय कर्मचारियों/पेंशनधारी को महंगाई भत्ता/महंगाई राहत 2021 तक स्थिर करने का आदेश जारी किया गया और अब स्थापना नियमों में परिवर्तन व श्रम कानून को निलंबित कर कुछ राज्य सरकारें मजदूरों के काम के घंटे में भी बढोत्तरी करने के लिए कदम उठाये हैं। इस दौरान एसके राय, नीरज दुबे, रााजेश गुप्ता, भानुप्रताप सिंह, इंद्र विजय सिंह, महेंद्र सेन, कामता साहू, संजीत नायक, इंंटक से बी के बाजपेई, के के गौतम, रामनरेश कुशवाहा आदि रहे। संचालन उमर खान ने व आभार विवेक चड्ढा ने व्यक्त किया।

इसके अलावा नार्थ सेन्ट्रल रेल्वे वर्कर्स यूनियन के मंडल कार्यालय झांसी पर फिजिकल डिस्टेन्स का पालन करते हुए केन्द्रीय श्रम संगठनों के आवाह्न पर सरकार द्वारा श्रम कानूनों में बेरहम परिवर्तन, राष्ट्रीय संसाधनों और राष्ट्रीय सम्पत्तियों के निजीकरण के खिलाफ सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया गया। केन्द्रीय अध्यक्ष सुरेन्द्रपाल सिंह ने एक नेशन एक पेँशन के तहत् एन पी ऐस को पुरानी पेशन में बदलने की व विकास के नाम पर निजीकरण बन्द करने की मांग की। अध्यक्षता का.बी के उपाध्याय के.उपाध्यक्ष ने की। सभा में का.आर के साहू,अंजनी कुशवाहा,के के श्रीवास्तव,ए के अग्रवाल नहीमुद्दीन,मनोहर सिंह,विजय यादव,सुनीलयादव,वासुदेव,मूलचन्द,विनोद यादव,रामस्वरूप,राकेश गुप्ता,सुशीला देवी आदि उपस्थित थे।
रनिंग ब्रांच के शाखा कार्यालय में भूख हड़ताल वाले कार्यक्रम में सरकार की मजदूर विरोधी नीति मंहगाई भत्ते , HRA , TA , आदि भत्तों पर रोक के साथ ही 44 श्रम कानूनों से 41 श्रम कानून को खत्म करने के विरोध में एक दिवसीय हड़ताल की गई। इसकी अध्यक्षता शाखा-मंत्री कामरेड अमर सिंह , संचालन कामरेड रोहित शर्मा द्वारा किया गया । इस एक दिवसीय कार्यक्रम में कामरेड दीपक जायसवाल , कामरेड आर.के.मिश्रा ,दीपक कुशवाहा , अनुरुद्ध सिंह , महेन्द्र साहू , ब्रजेश वर्मा सहित कई लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये मौजूद रहे।