– सर्राफ के पूर्व ड्राइवर ने लुटेरों को की थी मुखबिरी

झांसी/ग्वालियर (संवाद सूत्र)। ग्वालियर पुलिस द्वारा झांसी के 3 सर्राफ से ट्रेन में डबरा-ग्वालियर के बीच हुई 60 लाख रूपये की लूट में ऐसे रैकेट का पर्दाफाश किया है जो खाकी वर्दी पर दाग लगा रहे थे। फिल्मी अन्दाज में हुई इस लूट को व्यापम काण्ड में निलंबित ग्वालियर सिविल पुलिस के जवान सतेन्द्र गुर्जर ने अपने दो साथी सिपाहियों और एक आरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर अंजाम दिया था। उच्चाधिकारियों ने ग्वालियर सिविल पुलिस के  दोनों जवानों व ग्वालियर आरपीएफ के जवान को निलंबित कर दिया है।

गौरतलब है कि उक्त आरोपी राजस्थान क्राइम ब्रांच के जवान और अधिकारी बनकर जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस के कोच एस-2 में पहुंचे थे। उन्होंने सर्राफा व्यापारियों के नाम बुलाकर उनको सीट से उठाया, स्वयं को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर डराया और तलाशी के नाम पर 60 लाख रुपए से भरे बैग छीन लिये। उन्होंने रूपये हवाला के बताकर जब्त किए और साथ ही व्यापारियों से आखिरी कोच में आने के लिये कह गये और इसके बाद न तो जवान मिले न रूपये। लुटे व्यापारियों ने लौटकर झांसी व ग्वालियर पुलिस को सूचना दी। ग्वालियर ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से पहचान कर 5 आरोपियों को पकड़ा है, इनमें से ग्वालियर सिविल पुलिस का एक निलंबित जवान सतेन्द्र गुर्जर, 2 सायबर सेल के जवान अभिषेक, विवेक व रेलवे पुलिस ग्वालियर का जवान योगेन्द्र गुर्जर के साथ एक व्यापारी का पूर्व चालक प्रेमनारायण प्रजापति था। अभी तक लुटेरों से पुलिस को 45 लाख रूपये बरामद हो चुके। आरोपियों जीआरपी पुलिस के हवाले कर दिया गया है इस कार्यवाही जीआरपी की डीएसपी शुभा श्रीवास्तव लीड कर रही है।

पुलिस जवानों के कृत्य की एएसपी सत्येन्द्र सिंह तोमर करेंगे जांच

ग्वालियर पुलिस के जवानों के कृत्य की जांच एएसपी सत्येन्द्रसिंह तोमर कर के जांच रिपोर्ट एसपी को भेजेंगे। इसके बाद इन पुलिस के जवानों पर अन्य कार्यवाही की जायेगी। हालांकि 2 सायबर पुलिस के जवान अभिषेक, विवेक व आरपीएफ का जवान योगेन्द्र गुर्जर निलंबित कर दिया गया है।
सीसीटीवी फुटेज से पकड़ी गई फर्जी क्राइम ब्रांच
सूचना मिलने के बाद ही एसपी ग्वालियर अमित सांघी ने क्राइम ब्रांच को मामले की जांच में लगाया। पुलिस ने झांसी स्टेशन से लेकर ग्वालियर और डबरा स्टेशन के फुटेज चेक किए। इसके बाद एक निलंबित जवान सतेन्द्र तीन अन्य के साथ दिखा। उसके पास बैग भी थे। यहीं से पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर पूरे मामले का खुलासा किया है।
व्यापारी के पूर्व ड्राइवर ने दी थी लुटेरों को टिप्स
बदमाशों को 3 व्यापारियों के कैश लेकर झांसी से दिल्ली जाने की मुखबिरी इनमें से एक व्यापारी के पूर्व ड्राइवर ने दी थी। कुछ समय पहले लापरवाही के चलते व्यापारी ने उसे काम से निकाल दिया था। जिससे वह खफा था। यह ड्राइवर निलंबित जवान सतेन्द्र के टच में था। इसने पूरी योजना समझाकर निलंबित जवान को टिप दी थी।

खाने की छुट्टी लेकर ड्यूटी से चला गया था जवान
2 जून को रेसुब पोस्ट ग्वालियर में पदस्थ आरक्षक योगेंद्र सिंह गुज्जर हमराह आरक्षक पारुल यादव के साथ ग्वालियर रेलवे यार्ड पेट्रोललिंग ड्यूटी पर था। योगेन्द्र खाना खाने जाने की आरक्षक पारुल यादव से कह कर चला गया था और फिर वापस नहीं आया था और न ही फोन पर संपर्क हो सका। इसकी सूचना निरीक्षक रेसुब ग्वालियर को दे दी गई थी ‌। इसके बाद पता चला कि आरक्षक योगेंद्र गुज्जर को क्राइम ब्रांच ग्वालियर द्वारा अपनी गिरफ्त में लिया गया है। जानकारी पर पता चला कि 17 जून को 02181 गोंडवाना एक्सप्रेस के कोच एस2 से 3 व्यापारियों के साथ हुई 60 लाख रुपए की ठगी के मामले में 05 अन्य साथियों के साथ शामिल था। इस पर सहायक सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ ग्वालियर द्वारा आरक्षक योगेंद्र गुर्जर को 4 जून को प्रात तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया ।