– कायाकल्प कार्यक्रम से बुंदेलखंड की सीएचसी का हुआ ‘कायाकल्प’
झांसी। कोरोना काल में संसाधनों की कमी के बाद भी बुंदेलखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेहतर रहीं। कायाकल्प योजना के तहत बुंदेलखंड की 18 सीएचसी को अवार्ड के लिए नामित किया गया है। सबसे अधिक 5 सीएचसी झाँसी जनपद से चयनित हुयी हैं।
क्वालिटी एश्योरेंस सेल के मंडलीय क्वालिटी कंसल्टेंट डा. राजेश ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में कायाकल्प अवार्ड स्कीम के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का तीन चरणों (इंटर्नल, पियर व एक्सटर्नल असेस्मेंट) कार्य कराया गया था। कोविड काल के कारण केंद्र और राज्य सरकार के निर्देश पर एक्सटर्नल असेस्मेंट वर्चुअली किया गया था। मानक के आधार पर प्रदेश में कुल 215 चिकित्सा इकाइयों का चयन हुआ है, इन्हें 73 प्रतिशत से अधिक स्कोर प्राप्त हुआ है। बुंदेलखंड के 18 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इस अवार्ड के लिए नामित किए गए है। इसमें झांसी की बमौर, चिरगांव, मऊरानीपरु, बबीना व गुरसराय, जलौन की नदीगांव, कदौरा, जालौन व माधवगढ़ व ललितपुर की बार सीएचसी कोचयनित किया गया है।
उन्होंने बताया कि इसी तरह चित्रकूटधाम मंडल की 8 सीएचसी को भी यह अवार्ड मिला है। इसमें बांदा की बबेरू, चित्रकूट की रामनगर व मानिकपुर, हमीरपुर की राठ व मौदहा, महोबा की कबरई, जैतपुर व कुलपहाड़ सीएचसी शामिल है।
इन बिन्दुओं पर होता है चयन
कायाकल्प मानक के अनुसार अस्पताल का संचालन करने व मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान करने वाली चिकित्सा इकाइयों को कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित किया जाता है। आंतरिक व बाह्य मूल्यांकन में बेहतर प्रदर्शन करने वालों का चयन अवार्ड के लिए किया जाता है। इसमें स्वास्थ्य सुविधाओं, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, समर्थन तथा स्वच्छता जैसे बिदु शामिल होते हैं।