झांसी। उमरे के झांसी मंडल अंतर्गत माह अप्रैल से जुलाई 2021तक आरपीएफ द्वारा भूले / भटके 173 बालकों एवं 110 महिलाओं को उनके परिजनों / एन.जी.ओ. को सुपुर्द किया गया। इतना ही नहीं 9,36,360 रूपये के मादक द्रव्य एवं प्रतिबंधित सामग्री बरामद की गई, जिसमें संलिप्त 20 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।यात्रियों से संबंधित अपराधों में संलिप्त 98 अपराधियों को गिरफ्तार कर जीआरपी को सुपुर्द किया गया। यात्रियों के छूटे / भूले हुए 114 सामान को संबंधित यात्रियों को वापस किया गया। रेल सम्पत्ति चोरी के मामलों में 76 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 3,08,466 रूपये की रेल सम्पत्ति बरामद की गई। रेलवे एक्ट के तहत 3.881 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया जिन पर न्यायालय द्वारा 18,05,605 रूपये जुर्माना लगाया गया। इतना ही नहीं आरपीएफ ने रेल टिकटों की कालाबाजारी करने वाले 37 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही की गई। अलार्म चेन पुलिंग करने वाले 881 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, जिन पर न्यायालय द्वारा 35,03,65 रूपये जुर्माना लगाया गया। गाड़ियों / रेल परिसर में गंदगी फैलाने वाले / न्यूसेंस करने वाले 273 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया जिन पर न्यायालय द्वारा 65,040/- रूपये जुर्माना लगाया गया। अवैध वेण्डिंग करने वाले 1,324 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, जिन पर न्यायालय द्वारा 9,11,880 /- रुपये जुर्माना लगाया गया।

अन्य किये गये अच्छे कार्य:- 13 अप्रैल 21 को रेसु.ब. झासी द्वारा सर्विलांस सेल एवं डिटेक्टिव विंग के इंटेलिजेंस की मदद से (बीना-झांसी व झांसी उरई सेक्शन के मध्य ट्रेनों में यात्री सामान की चोरी करने वाले 1 शातिर अपराधी को झांसी स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया से गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से 1 आईफोन व 6 स्मार्ट फोन कुल 7 मोबाइल फोन बरामद हुए जिनकी कीमत लगभग 1,05,000 रुपये है। जीआरपी झाँसी द्वारा धारा 380 व 411 आईपीसी के तहत मामला पंजीकृत किया गया।

4 भी 21 को गाड़ी संख्या 02002 भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस में नई दिल्ली से आगरा तक अनुरक्षण डयूटी रे0सु0ब0 प्रशासनिक पोस्ट / आगरा से स्टाफ तैनात थे। गाड़ी के रेलवे स्टेशन मथुरा प्रवेश करने के दौरान ड्राईवर द्वारा इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी रोका गया अनुरक्षण में तैनात स्टाफ तुरन्त ही गाड़ी के ड्राईवर के पास पहुंचे तो देखा कि एक महिला गाड़ी के इंजन के नीचे ट्रैक पर अचेत अवस्था में पड़ी थी जिसे उक्त स्टाफ द्वारा गाड़ी के नीचे से निकालकर प्लेटफार्म संख्या 01 पर लाया गया व ऑन डयूटी रे.सु.च./मथुरा व जी.आर.पी./ मथुरा को सुपुर्द किया गया।

1 मई 21 को रे.सु.ब/ आगरा कैंट एवं जीआरपी / आगरा कैट द्वारा आगरा छावनी स्टेशन | झांसी एंड डी बिल्डिंग से 20 कदम की दूरी पर मय माल 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ व तलाशी में अभियुक्तों के पास से पांच अलग-अलग बैगों में कुल 19. | 00 किग्रा. गांजा (Cannabis/ Marijuana) बरामद हुआ है। जीआरपी आगरा कैंट द्वारा 8/20, NDPS Act के तहत मामला पंजीकृत किया गया।
19 भी 21 को झाँसी रेलवे स्टेशन यार्ड एफ केविन दिल्ली एन्ड पर तैनात आरपीएसएफ स्टाफ को सूचना मिली कि एक महिला अपनी नवजात बच्ची के साथ आत्महत्या करने के इरादे से रेलवे ट्रैक पर आई है। सूचना पर उप निरीक्षक / झांसी महिला आरक्षी के साथ घटनास्थल पर पहुंचे व उक्त महिला को समझा बुझाकर महिला आरक्षी के साथ उक्त महिला को झांसी स्टेशन पर
लाया गया। उक्त महिला को उसके पति शाहरुख को सुपुर्द किया गया। 14 जून को रे०सुब० / निरीक्षक / प्रयागराज के कुशल पर्यवेक्षण में रे.सु.ब. / प्रयागराज एवं जीआरपी / प्रयागराज द्वारा गेट नं० 3 पर 01 व्यक्ति को 21 नग कच्ची चांदी की सिल्लियों व | 01 नग हँसुली आभूषण (कुल कीमत लगभग 09 लाख रुपये) के साथ बिना वैध कागजात के साथ पकड़ा गया। बाद आरोपी को मय माल आयकर विभाग के निरीक्षक को सुपुर्द किया गया।

1 जुलाई 21 को आरपीएफ प्रयागराज ने यात्री सामान की चोरी में लिप्त अंतरराज्यीय गिरोह के 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनकी कीमत 10 लाख रुपये थी टीम में आधुनिक तकनीक सीसीटीवी निगरानी समन्वय और स्थानीय खुफिया जानकारी के साथ घटना का खुलासा किया, आरपीएफ की टीम ने 24 घंटे के भीतर ही मामले का खुलासा किया। 3 जुलाई 21 को ट्रेन 02615 के फिट एसएलआर में आगरा मथुरा के बीच महगी मोबाइल डिस्प्ले की चोरी की सूचना मिली। सूचना पर खुलासा करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसमें रे. सु.ब. आगरा, जीआरपी सर्विलांस टीम और डिटेक्टिव विंग शामिल थी। टीम ने संबंधित स्टेशनों के सभी सीसीटीवी फुटेज निकाले और सर्विलांस टीम की मदद से कुछ संदिग्ध कॉल डिटेल्स का पता लगाया गया है। संदिग्ध व्यक्तियों की मोबाइल लोकेशन के आधार पर एक टीम को 4 अगस्त 21 को दिल्ली भेजा गया। टीम ने मामले में शामिल सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चोरी के माल की अनुमानित कीमत लगभग 27 लाख है। यह लंबे समय से रेलवे में सक्रिय एक अंतरराज्यीय गिरोह था और झांसी, बीना, भोपाल, तुगलकाबाद, दिल्ली में भी पिछले मामलों में शामिल था।