– महापुरूषों के साप्ताहिक माल्यार्पण कायर्क्रम को लेकर जन भागीदारी बढ़ी

झांसी। मण्डलायुक्त डाॅ0 अजय शंकर पाण्डेय द्वारा महापुरूषों की मूतिर्यों के रखरखाव के लिये शुरू किये गये अभियान में अब जन- आन्दोलन का रूप लेना शुरू कर दिया है। मण्डलायुक्त ने जिस समय महापुरूषों की साफ-सफाई को लेकर मूतिर्यों के माल्यार्पण का निणर्य लिया गया था, उस समय तमाम लोग यह प्रश्नचिन्ह लगा रहे थे कि इसे लगातार चलाया जाना संभव नहीं हो सकेगा। कुछ लोग यह भी आपत्ति कर रहे थे कि यह केवल सरकारी कायर्क्रम बनकर रह जायेगा परन्तु 1 अक्टूबर (शुक्रवार) के दिन पूरे मण्डल में आयोजित हो रहे माल्यार्पण कायर्क्रम ने इस मिथक को भंग कर दिया है। कई स्थानों पर महापुरूषों की मूतिर्यों के माल्यार्पण में आमजन का काफी उत्साह देखा गया। बिना किसी बुलावे के लोग महापुरूषों की मूतिर्यों पर पहुॅचे और माल्यार्पण कायर्क्रम में भागीदारी की। जैसे-चिरगाॅव में राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त, महात्मा गाॅधी, ललितपुर में जननायक कपूरी ठाकुर, स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी बृजनन्दन किलेदार, जनपद जालौन में वीरागंना महारानी लक्ष्मीबाई पार्क आदि।

दरअसल महापुरूषों के जन्मदिन पर उनकी मूर्तियों पर माल्यार्पण किये जाने का रिवाज बना हुआ था। शेष दिनों में उक्त मूतिर्यो पर धूल आदि जमा रहती थी तथा साफ-सफाई का अभाव बना रहता था। इसी को दृष्टिगत रखते हुए मण्डल के तीनों जनपदों में प्रत्येक शुक्रवार को प्रातः 9 बजे से 10 बजे के मध्य प्रत्येक महापुरूष की मूर्ति पर समुचित सफाई व्यवस्था कराते हुए माल्यार्पण करने का निणर्य लिया गया ताकि इन महापुरूषों की मूतिर्यों के आसपास सफाई व्यवस्था होती रहे तथा सम्मानजनक ढ़ंग से माल्यार्पण किया जा सके।
मण्डलायुक्त ने यह निर्देश दिये थे कि माल्यार्पण कायर्क्रम की फोटो उनके वाट्सअप-ग्रुप 9454417501 पर भेजी जाय। जिस समय यह निर्देश जारी किये गये तो अधिकांश अधिकारियों ने यह समझा था कि माल्यार्पण हुआ या नहीं, केवल इसकी समीक्षा करने के लिये मण्डलायुक्त ने यह निर्देश दिये हैं परन्तु मण्डलायुक्त का मकसद कुछ दूसरा ही था। शुक्रवार को हुए माल्यार्पण कायर्क्रम के लिये वाट्सअप-ग्रुप पर जो फोटो भेजी गयी, उसको मण्डलायुक्त द्वारा स्वयं देखा गया और जहाॅ जहाॅ पर रखरखाव में कुछ कमियाॅ दिखीं, यथा-राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की मूर्ति के पास चबूतरे का पत्थर टूटा होना, इसी प्रकार चिरगांव में महात्मा गांधी की मूर्ति के पास काफी गड्ढे पाये जाना, डा0 भीमराव अम्बेडकर पार्क जनपद ललितपुर चबूतरा टूटे होने एवं जनपद जालौन में इन्दिरा गांधी की प्रतिमा में उत्कीर्ण शिला लेख धुंधला होना प्रकाश में आया, जिसे सही कराने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश भी दिये गये।