– ओरछाधीश श्रीराम की प्रेरणा से भाजपा में शामिल हुई – रमा निरंजन
झांसी। भले ही एम एल सी रमा निरंजन समाजवादी पार्टी छोड़ने के पीछे ओरछाधीश भगवान श्री राम की प्रेरणा कहें, किंतु वास्तविकता जहां सपा में लगातार मिल रही उपेक्षा के चलते जिला जालौन की माधौगढ़ विधानसभा सीट से रमा निरंजन के पति आरपी निरंजन को टिकट नहीं मिलना सबसे बड़ा कारण है।
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद यहां भाजपा कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए एम एल सी रमा निरंजन व आरपी निरंजन ने सपा छोड़ने के पीछे बताया कि वह वर्षों से राजा राम की नगरी ओरछा जा रहे हैं। कुछ दिन पूर्व जब ओरछा भगवान के दर्शन करने गए थे तो उन्हें ऐसा लगा जैसे भगवान राम राजा ने कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करो, उसी में तुम्हारा भविष्य सुरक्षित है । इसीलिए समाजवादी पार्टी छोड़ दी और भाजपा का दामन थाम लिया।
उन्होंने बताया कि सपा में सम्मान गिरने लगा था। जहां सम्मान ना मिले वहां रहने का क्या फायदा । राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास सबके लिए समय था पर हमारे लिए नहीं। पिछली बार जब अखिलेश यादव झांसी आए थे तो उनसे मिलने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा। वर्तमान एमएलसी को उनसे मुलाकात करने के लिए अपना कार्ड देना पड़ा और घंटों इंतजार के बाद तब कहीं जाकर उन्हें होटल में प्रवेश मिला, यह अपमान बर्दाश्त नहीं हुआ। आरपी निरंजन ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा लगातार अनदेखी की गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष घूम घूम कर लोगों के घर चाय नाश्ता कर रहे थे पर हमारे लिए उनके पास समय नहीं था।
आर पी निरंजन ने कहां की भारतीय जनता पार्टी देश और प्रदेश का विकास कर सकती है। उनकी मोदी योगी में आस्था है और यही कारण है कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा है। उन्होंने दावा किया कि अब प्रदेश में 10 साल तक समाजवादी पार्टी की सरकार नहीं आएगी। इस दौरान भाजपा महानगर अध्यक्ष मुकेश मिश्रा का कहना था कि एमएलसी निरंजन को लगातार सपा में घुटन महसूस हो रही थीं। जिस कारण उन्होंने सपा को छोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया है।
इधर, राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि रमा निरंजन व आरपी निरंजन का समाजवादी पार्टी छोड़ने के पीछे सबसे बड़ा कारण जिला जालौन की माधौगढ़ विधानसभा सीट से सपा द्वारा आरपी निरंजन को टिकट नहीं दिया जाना कारण बना। आरपी इसी विधानसभा से समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ना चाहते थे, उन्होंने इस विधानसभा में काफी काम भी किया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात कर भाजपा से अपना टिकट लगभग फाइनल करा लिया है। आगामी विधानसभा चुनाव में वह या उनकी पत्नी माधौगढ़ से चुनाव लड़ सकते हैं ।











