झांसी जेल के गेट पर अली बोला-‘ मुख्यमंत्री जी बचा लें, जो होना था, हो चुका, अब फर्जी सताया जा रहा ‘

झांसी। इसे समय का चक्र ही कहा जाएगा कि जिसे देख कर ही लोग खौफ खाते थे वही योगी राज में खौफ खा रहा है और कह रहा है -” मुख्यमंत्री जी बचा लें, जो होना था, हो चुका, अब फर्जी सताया जा रहा।” यह स्थिति बुधवार को दोपहर लगभग ढाई बजे झांसी जिला कारागार के मुख्य प्रवेश द्वार पर उस समय देखने को मिली जब कुख्यात माफिया अतीक अहमद का बेटा अली नैनी सेंट्रल जेल से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में झांसी जेल शिफ्ट किया गया और जेल गेट पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहा था।

38 महीने नैनी जेल में रहने के बाद झांसी जेल पहुँचे अली अहमद के चेहरे पर डर और खौफ साफ़ झलक रहा था। योगी सरकार की अपराधियों के खिलाफ चल रही सख्त कार्रवाई का असर अली अहमद की बैचेनी में साफ देखा जा सकता है।”

गौरतलब है कि माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद को नैनी सेंट्रल जेल से झांसी जेल शिफ्ट कर दिया गया है। बुधवार सुबह में ही भारी पुलिस फोर्स नैनी सेंट्रल जेल अली को लेने पहुंचा, जिसके बाद उसे झांसी के लिए रवाना कर दिया गया। वह दोपहर ढाई बजे तक झांसी जेल पहुंच गया। यहां जेल गेट पर वज्र वाहन में बैठे-बैठे अली ने सीएम योगी से गुहार लगाई। कहा-‘जो कुछ होना था, हो चुका, अब फर्जी सताया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी से आग्रह है कि अन्यथा सताया जा रहा है, उससे बचा लें।

झांसी में कुख्यात माफिया अतीक अहमद का बेटा अली अहमद बुधवार दोपहर भारी पुलिस सुरक्षा के बीच नैनी जेल से झांसी जेल शिफ्ट किया गया। इस दौरान अली अहमद ने खुद को असुरक्षित बताया और आरोप लगाया कि जेल में उसके साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। यात्रा के दौरान तक उसे पानी तक नहीं दिया गया। नैनी जेल में उसके पास मिले रुपए के सवाल पर कहा कि वह जेल के नियम के मुताबिक था। उसके पास सिर्फ जेल मैनुअल के आधार पर ही लोग मिलने आया करते थे।

करीब 420 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद जब पुलिस प्रिजन वैन झांसी जेल के दरवाज़े पर पहुँची तो सुरक्षा इंतज़ाम कड़े कर दिए गए थे। बुधवार दोपहर ढाई बजे पुलिस बल के साथ ब्रज वाहन से उसे झांसी जेल लाया गया। अली को एक इंस्पेक्टर, 2 दरोगा सहित 10 पुलिसकर्मियों की टीम झांसी जेल लाई है. कागजी कार्यवाही के बाद पुलिस ने अली अहमद को झांसी जिला कारागार में शिफ्ट कर दिया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विनोद कुमार के मुताबिक, अली अहमद के नैनी जेल में शिफ्ट किए जाने के आदेश के बाद विशेष सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी कर ली थी।