– कर्मचारी के मेडिकल के नाम पर हुए खेल की जांच शुरू

झांसी। उमरे इलाहाबाद मुख्यालय विजिलेंस द्वारा झांसी मंडलीय रेलवे चिकित्सालय में मंगलवार को अकस्मात छापा मार कर एक कर्मचारी की पूर्व में हुए मेडिकल से संबंधित कागजात/फाइल जप्त कर लिए जाने से अफरातफरी रही।

बताया जाता है कि मुख्यालय विजिलेंस द्वारा जो फाइल जब्त की गई है वह कृष्ण मुरारी नाम के उस कर्मचारी की है जो वर्ष 2013 में A2 एंड below के मेडिकल के अस्पताल में आया था। इसका मेडिकल डा आभा जैन के द्वारा किया गया। उसको A2 A3 अनफिट करके b1 में फिट किया और उसको कलर की परेशानी बताई गई थी । वहीं कर्मचारी जीडीसी एग्जाम के दौरान दोबारा वर्ष 2017 में A2 के लिए मेडिकल के लिए आया जिसको उसी डॉक्टर के द्वारा फिट कर दिया गया और उसको कलर की कोई परेशानी नहीं बताई गई ।

यही कर्मचारी वर्ष 2021 में पीएमई के लिए दोबारा रेलवे हॉस्पिटल आया जिसका पीएमई टेस्ट जिस डॉक्टर के द्वारा लिया गया उसने इसको कलर की समस्या बताते हुए इलाहाबाद रेफर किया गया जहां की रिपोर्ट के आधार पर इसको भयकला मुंबई रेफर किया गया जहां पर पैनल ने इसको कलर की समस्या बता कर एम्स दिल्ली के लिए रेफर कर दिया। एम्स दिल्ली के डॉक्टरों ने एक मेडिकल बोर्ड बनाकर इस कर्मचारी को कलर की समस्या बताते हुए सही ठहराया। इससे यह स्पष्ट प्रतीत होता है कि वर्ष 2017 में संबंधित डॉक्टर के द्वारा इससे किसी स्थिति में बनाते हुए इसको गलत तरीके से फिट दिया गया। इस मामले में मुख्य चिकित्सा निदेशक इलाहाबाद के द्वारा डाक्टर का स्थानांतरण नहीं कर केवल कुछ माह के लिए ही इनके पावर सीज कर दिया गया। इस मामले की फाइल इलाहाबाद मुख्यालय विजिलेंस द्वारा जब्त किए जाने से बड़ी कार्यवाही की संभावना है।