– बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के 26 वें दीक्षांत समारोह में 106 छात्रों को मिलेगी पीएचडी की उपाधि

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के 26 वें दीक्षांत समारोह में 54 छात्राओं एवं 52 छात्रों को कुल 106 पीएचडी डिग्री प्रदान की जाएंगी। इसमें कला संकाय में 38, विज्ञान संकाय में 21, शिक्षा संकाय में 14, कृषि संकाय में 06, वाणिज्य संकाय में 22 और विधि संख्या संकाय में 04 पीएचडी डिग्री प्रदान की जाएंगी। कुल 39 कुलाधिपति पदकों में 9 छात्र एवं 30 छात्राओं को प्रदान किए जाएंगे। इसमें 3 स्वर्ण, 16 रजत एवं 20 कांस्य पदक प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त 61 अन्य विन्यासीकृत पदकों में से 7 छात्रों को एवं 53 छात्राओं को प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ ही वर्ष 2021 में उत्तीर्ण परिसर एवं संबंध महाविद्यालय को मिलाकर कुल 59145 ( छात्र 26396 एवं छात्राएं 32749) डिग्रियां स्नातक एवं परास्नातक छात्र-छात्राओं को प्रदान की जाएंगी।

बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह पहला मौका है जब समान अंक के कारण पहली बार 3 छात्राओं को मिलेगा स्वर्ण पदक। उन्होंने बताया कि समारोह का आयोजन गांधी सभागार में मंगलवार 11 जनवरी 2022 को प्रातः 10 बजे से प्रारंभ होगा। कोविद प्रोटोकॉल के अनुपालन को ध्यान में रखते हुए दीक्षांत समारोह का सजीव प्रसारण बुविवि कि वेबसाइट www.bujhansi.ac.in पर भी युट्यूब चैनेल लिंक 26th Annual Convocation live पर किया जाएगा। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति एवं राज्यपाल उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल करेंगी। इस अवसर पर दीक्षांत भाषण नीति आयोग के सदस्य, वरिष्ठ वैज्ञानिक, भारत सरकार एवं कुलाधिपति जेएनयू पदम् भूषण डॉ विजय कुमार सारस्वत द्वारा दिया जाएगा। विश्वविद्यालय से सम्बंधित सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने महाविद्यालय में कोविद प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए छात्र छात्राओं को सजीव प्रसारण दिखाने एवं लिंक शेयर करने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय चौमुखी विकास की ओर अग्रसर है। वर्तमान में विश्वविद्यालय को नैक द्वारा बी प्लस प्लस श्रेणी प्रदान की गई है। 2022 में विश्वविद्यालय ए एवं ए प्लस श्रेणी के लिए संकल्प बद्ध है। विश्वविद्यालय के फॉरेंसिक संस्थान को एनआईआरएफ में 68 रैंक प्राप्त हुई है भविष्य में कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों द्वारा फॉरेंसिक विभाग के साथ एमओयू साइन किया जाना है। विश्वविद्यालय में स्थापित विभिन्न विज्ञान प्रायोगिक लैबों को एनएबीएल से प्रमाणित के जाना प्रस्तावित है। हाल ही में निर्मित मीडिया लैब से पत्रकारिता संस्थान में व्यावहारिक शिक्षण को सहायता मिलेगी एवं विश्वविद्यालय द्रश्य श्रव्य माध्यम आधारित शिक्षा प्रदान करने में और अधिक मजबूत होगा। विश्वविद्यालय में संचालित कृषि संस्थान में चल रहे पाठ्यक्रमों को आईसीएआर से मान्यता के लिए भी विश्वविद्यालय प्रयासरत है। भविष्य में बीटेक (आईटी) एवं बीटेक (सिविल) पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाने की योजना प्रस्तावित है। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में 1 मेगा वाट का सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित किया जाना है जिससे विद्युत देयक में 50% की कटौती संभावित है। ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल द्वारा 2020 एवं 21 में कोविड के कारण प्लेसमेंट हेतु कम्पनियाँ नहीं आ पाई है। 2022 में ‘वृहद रोजगार मेला’ का आयोजन प्रस्तावित है इसके लिए विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों से प्लेसमेंट हेतु संपर्क किया जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुपालन में संबद्ध महाविद्यालय में बीए, बीएससी, बीकॉम के पाठ्यक्रम सीबीसीएस आधारित सेमेस्टर प्रणाली से लागू किए जाने हैं। विश्वविद्यालय में बौद्धिक संपदा अधिकार प्रकोष्ठ (IPR Cell) का गठन किया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय की उन्नति हेतु ‘उत्कृष्टता केंद्र’, ‘पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप’, ‘कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी’ हेतु परियोजना प्रस्तावित है। विश्वविद्यालय द्वारा डाटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर क्राइम, एवं अन्य उपयोगी पाठ्यक्रमों के डिप्लोमा कोर्स प्रारंभ किए जाने है। इसके साथ ही झांसी के आसपास स्थित बीएचईएल, ताराग्राम, वैद्यनाथ ग्रुप, परीक्षा थर्मल पावर प्लांट, बिजौली एवं मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र, रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, बीआईआईटी आदि के साथ शैक्षणिक प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट हेतु एमओयू साइन किया जाना प्रस्तावित है।