फार्मेसी विभाग का देश में निर्फ रैंकिंग में 68 स्थान पर पुरातन छात्रों ने जताया हर्ष
झाँसी. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग द्वारा कुलपति प्रो मुकेश कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन में पहली वर्चुअल एलुमनी मीट का आयोजन किया गया. एलुमनी मीट में देश-विदेश से लगभग 50 पुरातन छात्र एवं छात्राओं ने सहभागिता कि. पुरातन छात्र एवं छात्राओं ने अपनी पुरानी यादें एवं अनुभव को साझा किया. पुरातन छात्र प्रो एचआर चितमे, विभागाध्यक्ष, फार्मेसी विभाग, देहरादून टेक्निकल यूनिवर्सिटी देहरादून द्वारा विभाग को रिसर्च एवं प्रोजेक्ट के लिए सुझाव दिए गए. पुरातन छात्र डॉ हिमांशु पांडे, रजिस्ट्रार एवं निदेशक, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ हायर तिब्बतन स्टडीज, सारनाथ वाराणसी के द्वारा सुझाव दिया गया कि फार्मेसी विभाग अपना एक ऑनलाइन पोर्टल एवं ऐप बनाएं जिससे एक क्लिक पर सभी पुरातन छात्रों की जानकारी प्रदान हो जाए. डॉ महेंद्र राणा राणा, सहायक प्रोफेसर, फार्मेसी विभाग, कुमाऊं यूनिवर्सिटी नैनीताल के द्वारा सुझाव दिया गया कि फार्मेसी विभाग अपना एक रजिस्टर एलुमनाई एसोसिएशन बनाएं जिससे कि पढ़ रहे छात्रों को प्लेसमेंट एवं जॉब में सहायता प्रदान कि जा सके. डॉ मयंक कुमार सिंह, वैज्ञानिक, नेशनल रिवर एंड नैनो टेक्नोलॉजी सेंटर, मिशीगन, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका ने अपने अनुभव को साझा किया गया एवं सुझाव दिया गया कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय एवं उनकी संस्था द्वारा एमओयू को साइन किया जाए ताकि छात्रों को इसे क्षेत्र विशेष में सहायता हो सके. पुरातन छात्र समेलन्न में डॉ पद्मिनी शुक्ला, डॉ दिव्या दुबे, डॉ नवनीत वर्मा, डॉ नीरज वर्मा, डॉ मान सिंह, डॉ मानस दास, डॉ सौम्या दास, डॉ फूलचंद्र, डॉ धर्मेश सिंह, डॉ किरण, डॉ राहुल प्रताप सिंह, डॉ अनुपम सचान, तरुण कुमार, अवनीश पटेरिया, डॉ अभिजीत ओझा, डॉ उमेश भारती. डॉ रूपेश. डॉ हेमंत कुमार. नीरज गुप्ता. तुषार बत्रा. डॉ शिल्पी मिश्रा, ईशा यादव, मोहित साहू, अपूर्व गांगुली ने सह्भागिता कि. कार्यक्रम के संयोजक डॉ शशि आलोक ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताई एवं सभी सम्मानीय का स्वागत किया. डॉ संजय कुमार जैन द्वारा विभाग की पुरानी यादों को ताजा किया गया. आभार प्रो सुनील कुमार प्रजापति द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में विभाग के शिक्षक डॉ शोभित सिंह, डॉ रामजी, डॉ सुनील निरंजन, डॉ उपेंद्र शर्मा, डॉ भावना शर्मा, डॉ योगेश दिक्षित, डॉ देवेंद्र सिंह, डॉ प्रकाश राजपूत, डॉ सुरेश गुप्ता, डॉ निर्मला प्रजापति आदि उपस्थित रहे.