शिकायत पर पुलिस, खुफिया विभाग ने की जांच, वीडियो ग्राफी की, हिंदू संगठन के नेता पहुंचे 
झांसी। जनपद के थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बड़ागांव गेट बाहर स्थित कब्रिस्तान में सैंकड़ों वर्षों प्राचीन मंदिर पर कब्जे की शिकायत पर शहर कोतवाली पुलिस, खुफिया विभाग सहित हिंदू संगठन मौके पर पहुंच गए और जांच पड़ताल की।

इस दौरान पुलिस व खुफिया विभाग ने मंदिर की तरह बनी गुम्बद की फोटो ग्राफी और नक्शा नजरी बनाकर शिकायतकर्ता व कब्रिस्तान के कमेटी मेम्बरों को जब तक जांच चल रही तब तक शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। इस दौरान हिंदू संगठन नेता अंचल अड़जरिया ने दावा किया है यहां दो सौ वर्ष पुराना मंदिर था जिसे कब्रिस्तान के अंदर कैद कर उसके अवशेष मिटाने का काम किया गया है।

बड़ागांव गेट बाहर वार्ड नंबर 50 के पार्षद किशोरी प्रसाद रायकवार ने शुक्रवार को जिलाधिकारी और नगर मजिस्ट्रेट को शिकायती पत्र देकर बताया था की बड़ागांव गेट बाहर स्थित भूत नाथ मंदिर के पास बने कब्रिस्तान में स्थित दो सौ वर्ष पुराना मंदिर है। इस मंदिर को कब्रिस्तान की बाउंड्री बॉल बनाकर उसे कब्जे में लेकर उस पर अवैध कब्जा कर लिया और मंदिर के अवशेष मिटा दिए मंदिर में रखी मूर्तियों को गायब कर दिया गया है। इसकी जांच कर मंदिर को कब्जा मुक्त कराये जाने की मांग की है। हिंदूवादी नेता अंचल अड़जरिया ने भी मंदिर कब्जा मुक्त कराने की मांग की थी। इस शिकायत पर सोमवार को शहर कोतवाली पुलिस और एलआईयू मौके पर पहुंची। उन्होंने कब्रिस्तान की वर्तमान स्थिति और बताए गए मंदिर की वीडियो फोटो ग्राफी की। साथ कब्रिस्तान और शिकायत कर्ताओं को जांच के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए।

कब्रिस्तान कमेटी के सेकेट्री अरसद उल्ला खां ने बताया की दो सौ वर्ष पुराने इस कब्रिस्तान का मुकदमा दो बार न्यायालय में सन 41 तथा सन 32 में चल चुका है। उस समय मुकदमों में कही मंदिर का कोई जिक्र नहीं किया गया था। दोनों बार न्यायालय ने कब्रिस्तान को वैध माना है। उन्होंने बताया की कब्रिस्तान की बाउंड्री बॉल भी प्रदीप जैन आदित्य ने विधायक रहते हुए अपनी विधायक निधि से बनवाई थी। फिलहाल मामला अब जिला प्रशासन के पास है। जांच के बाद ही जिला प्रशासन तय करेगा कि प्राचीन मंदिर को कब्रिस्तान में कब्जा लिया है या नही।