प्रदर्शनकारी सड़क और पटरियों पर उतरे, बिरला नगर स्टेशन पर तोड़फोड़, सेना ने मोर्चा संभाला

Gwalior । सेना की नयी भर्ती नीति अग्निपथ के विरोध में देश में मचे हंगामा की आग ने ग्वालियर को चपेट में ले लिया। इस नीति विरोध में सेना भर्ती की तैयारी कर रहे सैकड़ों युवक ग्वालियर शहर के प्रमुख चौराहे गोला का मंदिर में इकट्ठा हो गए और चक्का जाम कर दिया। उत्पातियों ने यहां गाड़ियों में तोड़ फोड़ भी मचा दी। प्रदर्शनकारी ग्वालियर के रेलवे स्टेशन पर पटरियों पर पहुंच गए हैं। बिरला नगर स्टेशन पर तोड़फोड़ के बाद आगजनी की खबर है। खबर मिलते ही कलेक्टर एसपी और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा लेकिन हंगामाई नहीं माने। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. उन्हे खदेड़ने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया औऱ फिर आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। पुलिस प्रशासन लगातार हालात पर नजर रखे हुए है।

केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम का देशभर में विरोध हो रहा है। बिहार से निकली ये चिंगारी अब मध्यप्रदेश तक पहुंच गई है। ग्वालियर के गोला का मंदिर में सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने चक्काजाम कर दिया है। बीच सड़क पर टायर जलाकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और एडीएम मौके पर पहुंचे हैं। इसके बाद उग्र युवाओं ने रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ कर दी। पास ही रेलवे ट्रैक पर आग लगा दी। हंगामे की खबर मिलते ही पूरे शहर में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है, लेकिन आक्रोशित युवाओं ने पुलिस को देखते ही पथराव शुरू कर दिया। पथराव में 2 पत्रकार, 2 पुलिसकर्मी समेत 10 लोगों के घायल होने की खबर है। पुलिस ने लाठीचार्ज कर युवाओं को खदेड़ा। चारों तरफ हंगामा चल रहा है। पुलिस से जब हालात नहीं संभले तो सेना को बुलाया गया। अब सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। युवाओं को नियंत्रित कर रही है।

सुबह से ही जुट रहे थे, पुलिस इरादे नहीं भांप सकी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ग्वालियर के मुरार छावनी में सुबह से ही युवा जुट रहे थे। पुलिस उनके इरादे भांपने में चूक कर गई। जब तक पुलिस कुछ समझ पाती, 500 से ज्यादा युवा जुट गए। गोला का मंदिर इलाके में तोड़फोड़ की। सड़कों पर टायर फूंके और ट्रैफिक रोक दिया।

रेलवे ट्रैक पर जलते टायर फेंके, तोड़फोड़
गोला का मंदिर चौराहे पर हंगामा करने के बाद प्रदर्शनकारियों की भीड़ बिरला नगर स्टेशन पहुंच गई। टायरों को जलाकर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिए। स्टेशन मास्टर कक्ष सहित पूरे स्टेशन में तोड़फोड़ की। कुर्सियां, बैंच, पंखे, गाड़ियां और दुकानों में तोड़फोड़ कर उपद्रव किया। रेलवे सुरक्षा कर्मी भीड़ के तेवरों को देख कर दुबकी नज़र आई और यात्रियों ने सुरक्षित स्थानों की तरफ दौड़ लगाकर जान बचाई।

दहशत में कर दिया बाजार बंद

सेना भर्ती को लेकर आक्रोशित युवाओं के तेवर देखकर लोगों को सेना भर्ती-2014 में हुआ उपद्रव का सीन याद आ गया है। तब ग्वालियर के मेला ग्राउंड में सेना भर्ती के दौरान हुए विवाद के बाद करीब 25 से ज्यादा गाड़ियां जला दी गईं थी। एक करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति की तोड़फोड़ की गई थी। गुरुवार को हंगामा होते ही लोग दहशत में आ गए हैं। पूरा स्टेशन बजारिया, गोला का मंदिर, मुरार बाजार बंद कर व्यापारी दुकान के अंदर ही खुद को बंद कर बैठे गए।

अग्निपथ स्कीम है क्या है, क्यों है विरोध ?
अग्निपथ स्कीम आर्म्ड फोर्सेज के लिए एक देशव्यापी शॉर्ट-टर्म यूथ रिक्रूटमेंट स्कीम है। इस स्कीम के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा। अग्निवीरों की तैनाती रेगिस्तान, पहाड़, जमीन, समुद्र या हवा, समेत विभिन्न जगहों पर होगी। इसमें सीमित समयावधि की नौकरी को लेकर युवाओं में आक्रोश है। उनका कहना है कि इस अवधि के पूर्ण होने के बाद वह बेरोजगार हो जाएंगे।