– लेखपाल बिना ज़मीन देखे रिपोर्ट लगाने को तैयार नहीं, हाथापाई 

झांसी। सदर तहसील में शुक्रवार को एक संपत्ति के दाखिल-खारिज को लेकर जमकर हंगामा हो गया। इसके पीछे लेखपाल द्वारा सम्पत्ति का बिना मौका मुआयना किए रिपोर्ट लगाने से मना करना था। इस पर एक अधिवक्ता के भांजे और लेखपाल के बीच मारपीट हो गई। नौबत तोड़फोड़ तक आ पहुंची। सूचना पर भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंच गई। हालांकि, देर रात तक किसी भी पक्ष की ओर से तहरीर नहीं दी गई। घटनाक्रम से लेखपालों में आक्रोश है।

दरअसल, शुक्रवार को सदर तहसील में पिछोर सर्किल की एक संपत्ति के दाखिल-खारिज के लिए एक युवक जो स्वयं को एक अधिवक्ता का भांजा बता रहा था लेखपाल के पास पहुंचा। लेखपाल द्वारा दाखिल खारिज के लिए रिपोर्ट लगाने से इंकार कर दिया। लेखपाल का कहना था कि मौके पर जांच करने के बाद ही वह अपनी रिपोर्ट लगाएगा। इसे लेकर दोनों के बीच बहस हाथापाई पर आ पहुंची। इससे तहसील में हंगामे की स्थिति पैदा हो गई।

जानकारी होने पर अफसरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इस पर सीओ सिटी राजेश कुमार राय सहित मौके पर भारी संख्या में पुलिस पहुंच गई। तहसील के मुख्य द्वार पर अंदर से ताला डाल दिया गया। घटना की जानकारी होने पर कुछ अधिवक्ता भी तहसील पहुंच गए। अधिवक्ताओं का कहना था कि दाखिल खारिज की फाइल पर रिपोर्ट लगाने में जानबूझ कर देरी की जा रही है, जबकि लेखपाल की ओर से कहा गया कि मुकम्मल जांच के बाद ही रिपोर्ट लगाई जाएगी।

लेखपाल का आरोप है कि उसके ऊपर बिना देखे ज़मीन का दाखिल खारिज करने का दबाव बनाया जा रहा था। इस मामले में सान्या छाबड़ा, एसडीएम सदर का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही घटना के संबंध में सही तथ्य सामने आएंगे। तदनुसार कार्रवाई की जाएगी।