बिहार पहुंची ट्रेन में मिले विस्फोटक को ट्रेन से उतारकर छह घंटे जीआरपी थाने में रखा 

बिहार (सीवान)। जाको राखे साइयां मार सके न कोय ये कहावत उस समय सटीक बैठा जब बुधवार को ग्वालियर से चल कर बिहार के सिवान जंक्शन पहुंची ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस के एक कोच में में विस्फोटक निकला लेकिन विस्फोट नहीं हुआ। जरा सोचिए ग्वालियर एक्सप्रेस मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश होते हुए बिहार के सीवान पहुंची कहीं भी ये फट जाता तो क्या होता? बोगी के अंदर शराब की जांच रही जीआरपी टीम को झोले में विस्फोटक मिला।

हवलदार को लावारिस झोले में विस्फोटक का अनुमान नहीं था तो उसने झोला GRP थाने में रख दिया। विस्फोटक का झोला ट्रेन से उतारकर छह घंटे जीआरपी थाने में रहा। उसके बाद निष्क्रिय किया गया। जब थानाध्यक्ष को समय मिला तब उन्होंने झोले को खोल कर देखा तो उनके होश उड़ गए। जल्दी से ADG को सूचना दी गई। उसके बाद वहां अफरातफरी का माहोल हो गया। बम निरोधक दस्ते ने देर सायं वहां पहुंच कर विस्फोटक को निष्क्रिय कर दिया। जांच में पता चला कि झोले में पटाखा बनाने का सामान था।

इसको लेकर मीडिया को जानकारी देते हुए जीआरपी प्रभारी ने कहा कि जीआरपी के हवलदार साबिर मियां बुधवार को ट्रेन में शराब की जांच कर रहे थे. इस दौरान उन्हें बोगी के एक झोले में कुछ विस्फोटक पदार्थ मिला था. उस समय हवालदार को नहीं पता था कि ये क्या है. इसी वजह से वो इसे लेकर थाने में चले आए थे. बाद में जब जीआरपी के कुछ पुलिसकर्मियों ने झोला देखा तो उन्हें पता चला कि इसमें विस्फोटक पदार्थ है. इसके बाद पटना में बम निरोधक टीम को इसकी सूचना दी गई.बम निरोधक दस्ता टीम के विस्फोटक पदार्थ को बाहर ले जाने के बाद ही कार्यालय में मौजूद लोगों ने राहत की सांस ली। जांच के बाद बम निरोधक टीम विस्फोटक को लेकर चली गई।