बैटरी से निकली लपटें, सभी यात्री सुरक्षित 

भोपाल / झांसी (संवाद सूत्र)। भोपाल से दिल्ली जा रही ट्रेन नंबर 20171 वंदे भारत ट्रेन के कोच में आग लगने से अफरातफरी मच गई। आज (सोमवार) सुबह रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से निजामुद्दीन के लिए रवाना हुई वंदे भारत ट्रेन जब बीना में कुरवाई केथोरा स्टेशन के निकट थी तभी C14 बोगी के निचले हिस्से की बैटरी में अचानक आग लग गई। इसके कारण ट्रेन को 7.10 बजे रोक दिया गया। आग लगने की इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया है। आग बुझाने व जांच पड़ताल के बाद ट्रेन को लगभग 11 बजे गंतव्य के लिए रवाना किया गया।
दरअसल, सोमवार सुबह 5.40 बजे रानी कमलापति से निजामुद्दीन जा रही ट्रेन नंबर 20171 वंदे भारत ट्रेन के C-14 कोच में आग लग गई । यह घटना बीना से पहले हुई। ट्रेन में सफर कर रहे यात्री के मुताबिक आग बैटरी से लगी। आग की सूचना मिलते ही ट्रेन को कुरवाई केथोरा पर रोक कर सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू पा लिया गया है।

ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों के अनुसार कोच सी-14 में बैट्री के पास धुआं उठा इसके बाद बैट्री बॉक्स से आग की लपटें निकलने लगी। बीना रेलवे स्टेशन से पहले कुरवाई केथोरा में ट्रेन को रोका गया और यात्रियों को सुरक्षित उतारा गया। इस कोच में 36 यात्री सवार हैं।

रेलवे के अनुसार आग वंदे भारत ट्रेन के बैटरी बॉक्स तक सीमित थी, जिसे बुझा दिया गया है। इलेक्ट्रिकली आइसोलेशन किया जा रहा है और जल्द ही ट्रेन शुरू हो जाएगी। सभी यात्री सुरक्षित हैं। बैटरी बॉक्स यात्री क्षेत्र से अपेक्षाकृत दूर अंडरगियर में स्थित है। जैसे ही घटना घटी, विद्युत सुरक्षा प्रणालियों ने बैटरियों को अलग कर दिया। आग बुझाई गई और खराब बैटरियां हटा दी गईं। इसके बाद ट्रेन व कोच की गहन जांच पड़ताल के बाद गाड़ी को लगभग 11 बजे गंतव्य के लिए रवाना किया गया। यह ट्रेन 12.30 बजे वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर आई।

वंदे भारत के साथ कई घटनाएं हुई हैं
वंदे भारत एक्सप्रेस पर कर्नाटक, बंगाल, बिहार, आंध्र प्रदेश और गुजरात में पत्थर फेंकने की घटनाएं हुईं थीं। बीते हफ्ते उत्तर प्रदेश में भी वंदे भारत ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आई। गोरखपुर से लखनऊ की ओर जा रही वंदे भारत पर पत्थर फेंके गए। पत्थर फेंकने की घटना अयोध्या के सोहावल में 10-11 जुलाई की दरमियानी रात में हुई। पत्थर फेंके जाने से कोच सी 1, सी 3 और एग्जिक्यूटिव कोच की खिड़कियों के शीशे टूट गए। अचानक हुए पथराव से कोच में बैठे यात्रियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि, घटना में किसी यात्री को चोट नहीं आई।

बकरियों की मौत का बदला लिया!
वंदे भारत पर हुए पथराव के बाद RPF ने मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस ने जांच शुरू की और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मामले में एक शख्स और उसके दो पुत्रों को हिरासत में लिया गया। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि 9 जुलाई के दिन वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आने से उनकी बकरियों की कटकर मौत हो गई थी। इससे वह आहत थे। उन्होंने आक्रोशित होकर वंदे भारत पर पत्थरबाजी कर दी थी।

एमपी की पहली वंदे भारत है रानी कमलापति-निजामुद्दीन

रानी कमलापति – निजामुद्दीन – रानी कमलापति के बीच चलने वाली वंदे भारत मध्यप्रदेश की पहली वंदे भारत ट्रेन है। 4 महीने पहले 1 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे रानी कमलापति से हरी झंडी दिखाई थी। इनॉग्रल रन में यह ट्रेन आगरा तक गई थी। ऑफिशियल रन 2 अप्रैल से शुरू हुआ। ट्रेन निजामुद़्दीन से रानी कमलापति आई। 3 अप्रैल को रानी कमलापति से निजामुद्दीन के लिए चली।