झांसी । युवती को आत्महत्या के लिए बाध्य करने वाले प्रेमी के पिता का अग्रिम जमानत प्रार्थना पत्र विशेष न्यायाधीश अनु.जाति और अनु. जनजाति(अत्याचार निवारण) अधिनियम, शक्तिपुत्र तोमर की अदालत में निरस्त कर दिया गया।
विशेष लोक अभियोजक केशवेन्द प्रताप सिंह व कपिल करौलिया के अनुसार वादी मुकदमा द्वारा इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि मेरी बहन कु. अंजली सिंह परिहार बी कॉम द्वितीय वर्ष की छात्रा थी,कुंअर यादव करीब तीन वर्ष पहले उसे घर पढाने आता था। इसी दौरान उसने अंजली से बहला फुसलाकर मेल जोल एवं प्रेम प्रसंग बढा लिया जब मेरी बहन ने कुंवर से शादी करने के लिए कहा तो उसने जवाब दिया कि मै अपने घर वालो से बात करूंगा। २२ फरवरी २३ को जब मेरी बहन अपनी सहेली साक्षी के साथ पार्क में गयी तो अंजली ने कुंवर से बात की इसके बाद कुंवर उसे अपने घर जबरदस्ती ले गया। जहां पर कुंवर के पिता रामसेवक, मां ममता यादव तथा उसकी बहन सुरभि यादव ने उसे शादी की बात को लेकर प्रताड़ित किया। उसके बाद कुंवर की बहन सुरभि ने मुझे फोन किया कि हम लोगो ने अंजली के सिर से शादी का बुखार उतार दिया है, मैं परेशान होकर तलाश में गया तो कुंवर व मेरी बहन मोटरसाइकिल से मरघट के पास पुलिया प्रेमनगर के
पास मिले। मैं किसी प्रकार समझा बुझाकर उसे घर ले आया किन्तु वह मानसिक रूप से काफी परेशान और डरी हुयी सी लग रही थी। करीब १२. ३०बजे वह किसी को बिना बताये घर से स्कूटी लेकर निकल गयी, जिसे हम लोग तलाश करते रहे तो उसकी सहेली साक्षी ने बताया कि वह काफी परेशान सी लग रही थी तथा मुझे एक वीडियो भेजा कि कुंवर और उसके माता पिता ,बहन की मानसिक प्रताड़ना से मेरा जीना बेकार है, उन सबने मेरे साथ गलत व्यवहार किया है, मै आत्महत्या करने जा रही हूं। जिससे हम लोग परेशान होकर ढूढते रहे। जब हम लोग राजगढ नहर के किनारे शिवगढ मवई के पास पहुंचे तो नहर के किनारे उसकी स्कूटी खड़ी मिली किन्तु अंजली का कोई पता नहीं चला तो मैने व साथी विजय परिहार ने डायल ११२ पर सूचना दी एवं अपने मामा नीरज, मनोज, मुकेश को बुलाया जब तक पुलिस व अन्य अधिकारी भी मौके पर आ गये थे। जब हम लोग घर आये तो अंजली के किताबों के ऊपर सुसाइड नोट मिला जिसमें लिखा था कि कुंवर यादव और उसके परिवार वालो की प्रताड़ना से तंग आकर अब जीना नहीं चाहती हूं मै आत्महत्या करने जा रही हूं तथा अपने मोबाइल को खुलवाने तथा अन्य बातें भी उसमें लिखी थी, जिसे मैने पुलिस को दे दिया है तथा अंजली का फोन भी पुलिस के पास है।पुलिस द्वारा राजघाट नहर मे घटना के दिन से लगातार अंजली की तलाश की जाती रही। काफी तलाश के बाद आज दिनांक २८जून २३ को अंगूरी बैराज दतिया म. प्र. में अंजली का शव क्षत विक्षत अवस्था में प्राप्त हुआ है।
मेरी बहन अंजली ने कुंवर यादव उसके पिता व माता तथा बहन की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उक्त मामले में अभियुक्त रामसेवक उर्फ दयाशंकर पुत्र अतर सिंह निवासी आजादपुरा नगरा थाना प्रेमनगर की ओर से धारा ३०६भा० द० सं० के तहत प्रस्तुत प्रथम अग्रिम जमानत प्रार्थना पत्र न्यायालय द्वारा निरस्त कर दिया गया।