झांसी। झांसी में पुलिस अभिरक्षा से वाहन से तीन बंदियों के भागने के मामले को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने निलंबित तीन दरोगा, चार मुख्य आरक्षी समेत एक आरक्षी को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया और प्रतिसार निरीक्षक को चेतावनी दी है। एक साथ आठ पुलिस वालों की बर्खास्तगी से पुलिस विभाग में अफरातफरी मची है।

गौरतलब है कि 19 सितंबर को रेलवे न्यायालय के बाहर पुलिस वैन से तीन बंदी पुलिस बल को चकमा देकर फरार हो गए। एसएसपी राजेश एस ने सुरक्षा ड्यूटी में तैनात दरोगा सुरेश सिंह यादव, राजेंद्र अनुरागी, पंकज सिंह समेत मुख्य आरक्षी शिवपाल सिंह, सुनील कुमार, संदीप कुमार, जितेंद्र कुमार एवं आरक्षी अनिल कुमार की लापरवाही मानते हुए सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। इनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई और जीआरपी में धारा 222 एवं 223 के तहत एफआईआर भी दर्ज कराई गई।

एफआईआर दर्ज होते ही इन पुलिस कर्मियों पर बर्खास्तगी की तलवार लटकने लगी थी। शुक्रवार को डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने आरोपी पुलिसकर्मियों के कार्य में लापरवाही की पुष्टि होने पर उनको बर्खास्त कर दिया। जांच में भी यह साफ हो गया कि पेशी के बाद बंदियों को वाहन में बैठाने के बाद कोई पुलिसकर्मी वाहन के पास नहीं था। इसी का फायदा उठाकर बंदी भाग निकले। डीआईजी ने प्रतिसार निरीक्षक को चेतावनी देते हुए आगे से ऐसी घटना पर रोक लगाने के लिए पुलिस लाइन से जाने वाले बंदी कमान की रोजाना ब्रीफिंग कराने के भी निर्देश दिए हैं।