झांसी । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद झांसी महानगर द्वारा वीरता, शौर्य और बलिदान की प्रतिमूर्ति रानी दुर्गावती की जन्म जयंती पर सरस्वती बालिका विद्या मंदिर ,लोकमान्य तिलक इंटर कॉलेज और आयुर्वेदिक महाविद्यालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

श सरस्वती बालिका विद्या मंदिर में विभाग संगठन मंत्री ज्ञानेंद्र ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा समरसता का सबसे बड़ा उदाहरण रानी दुर्गावती का शासन काल था उन्होंने अपनी दासी के नाम पर भी तालाब का निर्माण कराया। ऐसे अनेको उदाहरण हमे उनके शासन में देखने मिलेंगे। उन्होंने कहा मध्यकालीन भारत का इतिहास लिखने वाले इतिहासकारों ने रानी दुर्गावती एवं गोंडवाना के इतिहास को गौण स्वरुप प्रदान करते हुए छिन्न-भिन्न रुप में प्रस्तुत कर छल किया है इसलिए अब शोधपूर्ण वास्तविक इतिहास लिखा जाना अनिवार्य है ताकि रानी दुर्गावती और गोंडवाना साम्राज्य साम्राज्य के इतिहास के साथ न्याय हो और वर्तमान पीढ़ी और भावी पीढ़ी में गर्व और गौरव की अनुभूति हो तथा राष्ट्रवाद की भावना प्रबल हो।

इस मौके पर मुख्य वक्ता प्राचार्य कल्पना सिंह ने कहा रानी दुर्गावती स्वतंत्रता, स्वाभिमान शौर्य व प्रबंधन की प्रतिमूर्ति थी. रानी दुर्गावती ने लगभग 16 वर्ष शासन किया यही काल गोंडवाना साम्राज्य का स्वर्ण युग था। गोंडवाना साम्राज्य राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, सांस्कृतिक कला एवं साहित्य के क्षेत्र में सुव्यवस्थित रुप से पल्लवित और पुष्पित होता हुआ अपने चरमोत्कर्ष तक पहुंचा. गढ़ा -मंडला की वीरांगना रानी दुर्गावती के शासन में जीएसटी जैंसी कर प्रणाली लागू थी. इस प्रणाली से तत्कालीन राज्य की जनता और व्यापारी वर्ग भी अत्यंत प्रसन्न था जिसके चलते वे कर के रूप में सोने के सिक्के और हाथी तक दिया करते थे। रानी दुर्गावती का गोंडवाना राज्य समृद्ध और संपन्न था. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि हर्ष जैन ने कहा हमारे कहा हमारे देश का इतिहास रहा है कि अपने देश पर आने वाले हर संकट में हमारी माताओं बहिनों ने अपनी सहभागिता देते हुए उसे दूर करने का प्रयास किया चाहे भगवान राम के काल मे माता सीता हो, महाभारत काल में द्रोपदी हो या रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई जैसी वीरांगना रही जिन्होंने हाथ मे शस्त्र लेकर मातृभूमि की रक्षा की।
संचालन कार्यालय मंत्री संकल्प ने किया जिसमें विद्यालय की प्रधानाचार्या कल्पना सिंह, विभाग संगठन मंत्री ज्ञानेंद्र सिंह, जिला संगठन मंत्री शुभम, जिला संयोजक हर्ष जैन, कार्यालय मंत्री संकल्प, लवकुश, शिवम आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।