– जोड़ों के दर्द के लिये हरिद्वार के कुशल चिकित्सक सिंघी विधि द्वारा करेंगे उपचार

– संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पर आयोजित किया जाएगा तीन दिवसीय चिकित्सा शिविर

– दीपावली की शुभकामनाओं सहित डाॅ० संदीप ने जनपदवासियों को दी दर्द से निजात की सौगात

झाँसी। संघर्ष सेवा समिति विगत कई वर्षों से समाजसेवा के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही है दीपावली के इस पावन पर्व पर संघर्ष सेवा समिति द्वारा तीन सदस्य चिकित्सा शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया गया है यह चिकित्सा शिविर संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पर आयोजित किया जाएगा। जानकारी देते हुए संघर्ष सेवा समिति संस्थापक डाॅ० संदीप सरावगी ने बताया हमारे देश की महान चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद द्वारा असाध्य रोगों का भी उपचार संभव है। वर्तमान में जोड़ों के दर्द की समस्या 50 वर्ष की आयु के बाद बहुत आम हो चुकी है। इसके उपचार के लिए आयुर्वेद में कई पद्धतियां हैं जिनमें से एक पद्धति सिंघी चिकित्सा विधि द्वारा जोड़ों के दर्द का बिना ऑपरेशन के सफल उपचार संभव है। इस उपचार के लिए आम जनमानस को दूर-दूर तक जाना पड़ता है जोड़ों के दर्द के चलते दर्द जनों का आवागमन कठिन हो जाता है जिस वजह से लोग आसानी से उपचार नहीं ले पाते। इसी समस्या के निदान के लिए संघर्ष सेवा समिति द्वारा तीन दिवसीय सिंघी चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है यह आयोजन जनपद के झोकन बाग स्थित एस एम टावर में संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पर 8, 9 और 10 दिसम्बर को आयोजित किया जाएगा। जिसमें सिंघी चिकित्सा विधि के कुशल चिकित्सक डॉ० रमेश अपने सहयोगियों के साथ उपस्थित रहेंगे इस शिविर में घुटनों, एड़ी और कमर के दर्द का उपचार किया जाएगा। 8 नवंबर से प्रारंभ हो रहे इस शिविर के लिए रजिस्ट्रेशन दीपावली के पावन पर्व से प्रारंभ किया जा रहे हैं जिसके लिए आप संघर्ष सेवा समिति कार्यालय आकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। साथ ही डाॅ० संदीप सरावगी ने सभी क्षेत्रवासियों को दीपावली की शुभकामनायें भी दीं।